नई दिल्ली, 13 अप्रैल: दिल्ली में 2010 में और फिर ग्लासगो में 2014 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के फाइनल में पहुंचने में कामयाब रही भारतीय पुरुष हॉकी टीम को गोल्ड कोस्ट में सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा है। भारत को न्यूजीलैंड ने 3-2 से हराकर फाइनल में जगह बनाई।
इस हार के साथ ही भारत गोल्ड मेडल की दौड़ से बाहर हो गया है। अब भारत को ब्रॉन्ज मेडल के मैच से पदक की उम्मीद होगी। ब्रॉन्ज मेडल के लिए भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल में हारने वाली टीम से शनिवार को भिड़ेगी। पूल-ए में भारतीय टीम वेल्स, मलेशिया और इंग्लैंड को हराने में कामयाब रही थी जबकि पाकिस्तान से उसने ड्रॉ खेला था।
सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड की ओर से हुगो इंगलिस, स्टीफन जेनेस और मार्कस चाइल्ड ने एक-एक गोल दागे। जबकि भारत की ओर से दोनों गोल हरमनप्रीत सिंह ने किए।
न्यूजीलैंड को पहली बढ़त 7वें मिनट में मिली जब इंगलिस ने एक शानदार पास लेते हुए भारतीय गोलपोस्ट की बाई ओर बेहद करीब और पहुंच गए और पीआर श्रीजेश को छकाते हुए गोल दाग दिया। पहले गोल से उत्साहित न्यूजीलैंड ने लगातार आक्रमण बनाए रखा और 13वें मिनट में एक और गोल कर भारतीय टीम को दबाव में ला दिया।
इस दौरान भारतीय टीम भी आक्रमण करती करती रही लेकिन न्यूजीलैंड के डिफेंस को तोड़ पाने में नाकाम रही। खेल के 29वें मिनट में भारत को पेनाल्टी कॉर्नर मिला और हरमनप्रीत ने इसे गोल में बदल दिया। न्यूजीलैंड के लिए तीसरा गोल 40वें मिनट में मिले पेनाल्टी कॉर्नर पर मार्क्स चाइल्ड ने किया। इसके बाद 57वें मिनट में हरमनप्रीत ने भारत के लिए दूसरा गोल कर उम्मीदें जगाई लेकिन फिर खेल खत्म होने तक कोई और गोल नहीं हो सका।
गौरतलब है कि महिला हॉकी टीम गुरुवार को ही ऑस्ट्रेलिया से सेमीफाइन में हार चुकी है। महिला टीम शनिवार को ब्रॉन्ड के लिए इंग्लैंड से भिड़ेगी।