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Yellow Fungus: ब्लैक और व्हाइट फंगस से ज्यादा घातक 'येलो फंगस', समझें इसके 3 लक्षण और बचने 4 उपाय

By उस्मान | Updated: May 26, 2021 09:46 IST

इसका पहला मामले उत्तर प्रदेश में पाया गया है और यह पिछले दो फंगस से ज्यादा घातक है

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ठळक मुद्देयह पिछले दो फंगस से ज्यादा घातक है इसका पहला मामले उत्तर प्रदेश में पाया गया है लक्षणों को न करें नजरअंदाज

भारत में कोरोना वायरस के दैनिक मामलों में बेशक कमी आने लगी है लेकिन लेकिन इस बीच नए फंगल संक्रमण पैदा हो गए हैं, जो बहुत घातक साबित हो रहे हैं। ब्लैक फंगस और व्हाइट फंगस के बाद येलो फंगस सामने आया है जो इन दोनों से ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है। 

उत्तर प्रदेश में कोरोना से ठीक होने वाले एक मरीज को हाल ही में येलो फंगस का पता चला। येलो फंगस और भी खतरनाक है क्योंकि यह आंतरिक रूप से उत्पन्न होता है, जिससे रोग की पहचान करना और उसका इलाज करना अधिक कठिन हो जाता है।

येलो फंगस क्या है (What is yellow fungus)

येलो फंगस को म्यूकर सेप्टिक भी कहा जाता है। यह एक फंगल इन्फेक्शन है। विशेषज्ञों के अनुसार आम तौर पर मनुष्यों में नहीं बल्कि छिपकलियों में होता है। कोरोना के उपचार में स्टेरॉयड और इम्यूनोसप्रेसेन्ट शामिल हैं, जिससे शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है। 

येलो फंगस के लक्षण (Symptoms of yellow fungus)

वजन कम होना, भूख कम लगना, सुस्ती महसूस होना येलो फंगस के सामान्य लक्षण हैं। लेकिन अगर समय पर इसका पता नहीं चलता है, तो मवाद का रिसाव, धंसी हुई आँखें, अंग विफलता, घावों का धीमा उपचार और नेक्रोसिस (जीवित ऊतकों में कोशिकाएं समय से पहले मर जाती हैं) सहित लक्षण अधिक गंभीर हो सकते हैं।

ब्लैक फंगस से ज्यादा घातक है येलो फंगस

समय पर पता चलने पर येल्लो फंगस का आसानी से इलाज किया जा सकता है। लेकिन चूंकि यह शरीर के भीतर उत्पन्न होता है, इसलिए इसका पता लगाने और उपचार में अक्सर देरी होती है। यह कई लोगों में अंग विफलता का कारण भी बन सकता है। हालांकि मृत्यु दर पर सटीक आंकड़ा देने के लिए विशेषज्ञों द्वारा अभी तक कोई स्पष्ट अध्ययन या डेटा नहीं है।

ब्लैक फंगस क्या है

अब तक ब्लैक फंगस के 10,000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। फंगस कुछ गंभीर मामलों में आंखों, नाक, चेहरे, फेफड़ों और यहां तक कि मस्तिष्क को भी प्रभावित करता है। विशेषज्ञों के अनुसार, ब्लैक फंगस के मामलों में वृद्धि के पीछे स्टेरॉयड का दुरुपयोग एक कारण हो सकता है। अगर समय पर इसका इलाज नहीं किया गया तो यह जानलेवा भी हो सकता है।

व्हाइट फंगस क्या है

ब्लैक फंगस की तुलना में व्हाइट फंगस के कम मामलों का पता चला है। व्हाइट फंगस के लक्षण कोरोना संक्रमण के समान होते हैं। कमजोर इम्यों सिस्टम, और उचित स्वच्छता का पालन नहीं करने वालों को इसका खतरा अधिक होता है। इलाज में देरी खतरनाक हो सकती है।

येलो फंगस के कारण (What causes yellow fungus)

30-40 प्रतिशत से कम आर्द्रता का स्तर कवक के विकास को बढ़ावा दे सकता है। कवक के बढ़ने का मुख्य कारण खराब स्वच्छता है। बासी भोजन भी फंगस के विकास का कारण बन सकता है।

येलो फंगस से बचने के उपाय

- अपने घर और आसपास को साफ रखें

- बासी भोजन का सेवन न करें

- कमरे में नमी को नियंत्रण में रखें। बहुत अधिक आर्द्रता कवक के विकास को बढ़ावा दे सकती है। क्रॉस वेंटिलेशन बनाए रखने की कोशिश करें।

- कोविड-19 के मरीजों को जल्द से जल्द अपना इलाज शुरू कर देना चाहिए ताकि येलो फंगस जैसी जटिलताएं पैदा न हों।

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