धीरे-धीरे हड्डियों को कमजोर, खोखला कर देती है इस पोषक तत्व की कमी, भारत में 90% लोग पीड़ित
By उस्मान | Published: August 29, 2019 05:18 PM2019-08-29T17:18:40+5:302019-08-29T17:18:40+5:30
हड्डियों की मजबूती और बेहतर कामकाज के लिए विटामिन डी बहुत जरूरी है। विटामिन डी कमी के कारण फ्रैक्चर और हड्डियों की बीमारी ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है।
भारत के 70 से 90 फीसदी लोग विटामिन डी की कमी का शिकार हैं। यह जानकारी एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है। इतना ही नहीं, देश में 84 फीसदी गर्भवती महिलाओं में विटामिन डी की कमी देखी गई है।
हड्डियों की मजबूती और बेहतर कामकाज के लिए विटामिन डी बहुत जरूरी है। विटामिन डी कमी के कारण फ्रैक्चर और हड्डियों की बीमारी ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है।
गर्भवती महिलाओं में विटामिन डी कमी का असर असर उनके नवजात शिशुओं में भी देखा जाता है। वयस्कों में, विटामिन डी की कमी लो बोन मास और मांसपेशियों की कमजोरी से जुड़ी होती है।
यह रिसर्च 1508 लोगों पर किया गया है। रिसर्चर्स के अनुसार मुंबई में 88% व्यस्क लोगों में विटामिन डी की कमी देखी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि टाइप 2 डायबिटीज रोगियों में 84.2 प्रतिशत लोगों में विटामिन डी की कमी थी। जबकि विटामिन डी की कमी वाले हाई ब्लडप्रेशर के 82.6 प्रतिशत मरीज थे।
विटामिन-डी की कमी से होने वाली बीमारियां
शरीर में यदि विटामिन-डी का कमी हो जाए तो बॉडी जल्दी जल्दी बीमारियों की चपेट में आती है। ज़रा सा मौसम बदलते ही बीमार हो जाते हैं। हर समय थकान, कमजोरी महसूस होती है। बॉडी में कई जगह दर्द रहने लगता है, खासतौर से पीठ का दर्द। तनाव, डिप्रेशन, बालों का झड़ना भी विटामिन-डी की कमी से होता है।
विटामिन-डी के स्रोत
विटामिन डी की कमी पूरी करने के लिए आपको धूप लेनी चाहिए. इसके अलावा अपनी डाइट में सैल्मन मछली, मशरूम, ट्यूना मछली, मांस, अंडे, सलामी, दूध, संतरे का जूस, सोयाबीन, श्रिम्प (सी-फूड) और वैनिला योगर्ट जैसी चीजों को जरूर शामिल करें।