सावधान! आज है साल का सबसे छोटा दिन, अब बढ़ जाएगा इन 8 बीमारियों का खतरा
By उस्मान | Published: December 21, 2018 02:43 PM2018-12-21T14:43:31+5:302018-12-21T15:27:58+5:30
आज यानी 21 दिसंबर साल का सबसे छोटा दिन है। आज उत्तरी गोलार्ध में वर्ष का सबसे छोटा दिन है और सबसे लंबी रात। इसे अंग्रेजी में विंटर सोल्सटिस (Winter Solstice) कहते हैं। सूरज की रोशनी की कमी से शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से स्वास्थ्य पर कई प्रभाव पड़ सकते हैं।
आज यानी 21 दिसंबर साल का सबसे छोटा दिन है। आज उत्तरी गोलार्ध में वर्ष का सबसे छोटा दिन है और सबसे लंबी रात। इसे अंग्रेजी में विंटर सोल्सटिस (Winter Solstice) कहते हैं। ब्रिटेन में विंटर सोल्सटिस का कुल समय 7 घंटे 49 मिनट, 41 सेकंड है जो जून के सबसे लंबे दिन की तुलना में लगभग 9 घंटे कम है। विंटर सोल्सटिस उस समय होता है जब सूर्य सीधे मकर रेखा के ऊपर होता है। अब धीरे-धीरे सर्दियों के दिन छोटे होने लग जाएंगे। छोटे दिन होने से आपको यह बड़े नुकसान हो सकते हैं।
1) भूख और नींद का बढ़ना
सूरज की रोशनी की कमी से शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से स्वास्थ्य पर कई प्रभाव पड़ सकते हैं। सर्दियों में दिन छोटा होने से भूख और नींद ज्यादा लगती है जिससे शरीर में विभिन्न हार्मोन पैदा होते हैं। इससे आपका कामकाज प्रभावित होता है। प्रकाश के मुकाबले अंधेरे में मेलाटोनिन का अधिक उत्पादन होता है, यह एक ऐसा हार्मोन है जो नींद को बढ़ावा देता है। यह वजह है कि गर्मियों के मुकाबले लोग सर्दियों में ज्यादा सुस्त और थकान महसूस करते हैं।
2) विटामिन डी की कमी
पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड के अनुसार, हर व्यक्ति को रोजाना 10 माइक्रोग्राम विटामिन डी की जरूरत होती है। जाहिर है सूरज की रोशनी से आपको इतनी मात्रा में विटामिन डी मिल जाता है लेकिन अब दिन छोटा होने से आपको इसकी कमी हो सकती है।
3) फिजिकल एक्टिविटी में कमी
सर्दियों में ठंड बढ़ने और जल्दी अंधेरा होने की वजह से लोगों में फिजिकल एक्टिविटी में गिरावट आती है। एक अध्ययन के अनुसार, इस मौसम में गर्मियों में सर्दियों की तुलना में फिजिकल एक्टिविटी 15 से 20 फीसदी ज्यादा होती है।
4) सीजनल एफेक्टिव डिसऑर्डर का खतरा
सर्दियों में मूड्स से पीड़ित होने का अधिक खतरा होता है। इस स्थिति को सीजनल एफेक्टिव डिसऑर्डर कहते हैं। इसके लक्षणों में सुस्ती, मूड में बदलाव, थकान, वजन बढ़ना आदि शामिल हैं।