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एक ही जगह घंटों बैठकर काम करते हैं तो सावधान हो जाएं, कई गंभीर बीमारियां ले सकती हैं चपेट में, मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक

By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: March 18, 2024 12:08 IST

यदि आप रोज 4 घंटे से कम बैठे रहते हैं तो ये कम जोखिम की श्रेणी में आता है। प्रतिदिन 4-8 घंटे बैठे रहना मध्यम जोखिम की श्रेणी में और प्रति दिन 8-11 घंटे बैठे रहना उच्च जोखिम की श्रेणी में आता है। प्रति दिन 11 घंटे से अधिक बैठे रहना आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है।

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ठळक मुद्देक ही जगह पर घंटों बैठे रहना खतरनाक हैएक ही जगह पर बैठे रहने से मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता हैइससे आपके स्वास्थ्य और शरीर पर अल्पकालिक और दीर्घकालिक प्रभाव पड़ता है

Health News: कामकाजी लोगों के लिए ऑफिस में एक ही जगह पर घंटों बैठे रहना अब सामान्य बात है। लेकिन गतिहीन जीवन यानी कि घंटों बैठे रहना न केवल आपके शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक है। विशेषज्ञों के अनुसार, दुनिया भर में आधे से अधिक लोग रोजाना छह घंटे से अधिक समय तक बैठे रहते हैं। इससे आपके स्वास्थ्य और शरीर पर अल्पकालिक और दीर्घकालिक प्रभाव पड़ता है। 

गतिहीन जीवन जीने से अधिक वजन होने, टाइप-2 मधुमेह या हृदय रोग विकसित होने और अवसाद और चिंता का अनुभव होने की संभावना बढ़ सकती है। यदि आप रोज 4 घंटे से कम बैठे रहते हैं तो ये कम जोखिम की श्रेणी में आता है। प्रतिदिन 4-8 घंटे बैठे रहना मध्यम जोखिम की श्रेणी में और प्रति दिन 8-11 घंटे बैठे रहना उच्च जोखिम की श्रेणी में आता है। प्रति दिन 11 घंटे से अधिक बैठे रहना आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है।

एक ही जगह पर घंटों बैठे रहने के नुकसान

मानसिक स्वास्थ्य का असर: लंबी अवधि तक एक ही जगह पर बैठे रहने से मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। यह बोरीयत और थकान उत्पन्न कर सकता है, जो मानसिक चुनौतियों का कारण बन सकता है।

ध्यान की कमी: एक ही जगह पर बैठे रहने से ध्यान की क्षमता में कमी आ सकती है, जो काम करने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है। 

शरीर की स्थिति का असर: लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठने से शरीर की स्थिति पर असर पड़ सकता है, जैसे कि शरीर के अंगों की सुजन और कमी।

सामाजिक संबंधों में कमी: लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठने से सामाजिक संबंधों में कमी हो सकती है, क्योंकि यह आपको दूसरों के साथ मिलने जुलने में एक बड़ा अवरोध है। 

वजन बढ़ सकता है: हिलने-डुलने से आपकी मांसपेशियां लिपोप्रोटीन लाइपेज जैसे अणुओं को छोड़ती हैं, जो आपके द्वारा खाए जाने वाले वसा और शर्करा को संसाधित करने में मदद करता है। अध्ययनों के अनुसार, यदि आप बहुत अधिक देर तक बैठते हैं, तो इन अणुओं का निकलना कम हो जाता है। इससे वजन बढ़ने का खतरा है। जो पुरुष सामान्य से अधिक समय बैठकर बिताते हैं, उनका वजन मध्य भाग में अधिक बढ़ जाता है। 

कैंसर और मधुमेह का खतरा 

अध्ययन कहते हैं कि लंबे समय तक बैठे रहने से कुछ प्रकार के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है - जिसमें फेफड़े, गर्भाशय और पेट के कैंसर शामिल हैं। इसके अलावा  जो लोग अधिक समय बैठकर बिताते हैं उनमें मधुमेह का खतरा 112 प्रतिशत बढ़ जाता है। 

(डिस्क्लेमर:  लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। यह पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। किसी चिकित्सीय स्थिति के संबंध में आपके किसी भी प्रश्न के लिए हमेशा अपने चिकित्सक या अन्य योग्य स्वास्थ्य सेवा प्रदाता की सलाह लें लोकमत हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता।)

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