नई दिल्ली: आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए रेप और मर्डर मामले के बाद देश भर में डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए विरोध प्रदर्शन जारी है। इसके साथ जूनियर डॉक्टरों ने अपनी योजना के बारे में बताया कि इससे आने वाले दिनों में सभी को सुरक्षित रखा जा सके। ऐसे में एक मामला सामने आया है, जिसमें आंध्र प्रदेश के तिरुपति के अस्पताल में मरीज ने जूनियर डॉक्टर पर हमला कर दिया है। यह वारदात श्री वेंकटेश्वर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसवीआईएमएस) में हुई, ये घटना अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि हमलावर डॉक्टर को बालों से पकड़ता है और उसके सिर को अस्पताल के बिस्तर के स्टील फ्रेम पर पटक देता है। वार्ड के अन्य डॉक्टर तुरंत अपने सहयोगी के बचाव में आते हैं और हमलावर पर काबू पा लेते हैं। तिरुपति के एसवीआईएमएस के आपातकालीन चिकित्सा विभाग में जूनियर डॉक्टर पर हमला किया गया।
एसवीआईएमएस के निदेशक सह कुलपति डॉ. आरवी कुमार को लिखे पत्र में इंटर्न ने कहा कि वह शनिवार को आपातकालीन चिकित्सा विभाग में ड्यूटी पर थी। उन्होंने लिखते हुए बताया, ''मुझ पर एक मरीज बंगारू राजू ने हमला किया है, जो पीछे से मेरे पास आया, मेरे बाल खींचे और जबरदस्ती मेरे सिर को खाट की स्टील की रॉड से पीटना शुरू कर दिया।'' उन्होंने आगे कहा कि वहां कोई सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था।
इस वाक्ये के बाद पीड़िता ने काम करने की जगह इस तरह की वारदात बहुत चिंताजनक है। उन्होंने घटना के बारे में कहा, यदि मरीज किसी धारदार हथियार से लैस होता, तो स्थिति गंभीर परिणामों के साथ बिगड़ सकती थी। डॉक्टर ने लिखा, कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा उपायों की मांग की।
घटना के बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया और कार्यस्थल पर सुरक्षा की मांग की है। आंध्र प्रदेश के अस्पताल की यह घटना कोलकाता में एक जूनियर डॉक्टर के रेप और हत्या की दिल दहला देने वाली घटना के कुछ सप्ताह बाद सामने आई है। 31 वर्षीय महिला के साथ ड्यूटी के दौरान बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया और देश भर के कई प्रमुख संस्थानों के डॉक्टर काम पर अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के उपायों की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए।