नीम और हल्दी शरीर में लाते हैं निखार, स्किन को देते हैं ग्लोइंग साइन; आज से ही करें सेवन तो त्वचा की दिक्कतों से रहेंगे दूर
By आजाद खान | Published: February 9, 2022 02:39 PM2022-02-09T14:39:58+5:302022-02-09T15:43:53+5:30
भारतीय चिकित्सा पद्धति में प्रकृति के साथ रहकर जड़ी-बूटियों के सेवन से जीवन को निरोग रखने तथा बीमारियों से लड़ने की क्षमता को बताया गया है।
भारत में सदियों से प्रकृति के साथ रहने और प्रकृति में ही जीने की परंपरा रही है। इसी वजह से पुराने लोग बहुत लंबे समय तक जीवित रहते थे और वे हमेशा निरोग और स्वस्थ रहा करते थे। आयुर्वेद एक भारतीय चिकित्सा पद्धति है, जो हमेशा से यहां के लोगों के लिए जीवन दर्शन का का काम करती रही है। मसालों से लेकर जड़ी-बूटियां तक हमारे जीवन को स्वस्थ बनाने और उत्साह बढ़ाने, मस्तिष्क को तेज करने का काम करते रहे हैं। आयुर्वेद गंभीर बीमारियों से लड़ने के लिए प्राकृतिक चीजों को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की सलाह देता है। नीम और हल्दी ऐसी ही चीज है, जो अपने औषधीय गुणों की वजह से ही हमेशा से अपनाई जाती रही है।
नार्मल फ्लू से लेकर बड़े रोगों तक से बचाते हैं
नीम की पत्तियों का रस और हल्दी का इस्तेमाल सदियों से दवाइयों के अलावा घरेलू नुस्खों में भी किया जाता रहा है। इसके एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल जैसे गुणों की वजह से ये जीवन की तमाम बीमारियों से हमें दूर रखती हैं और शरीर में निखार लाते हैं। अगर आप नियमित रूप से खाली पेट गुनगुने पानी में नीम की पत्तियों का थोड़ा रस और एक चुटकी हल्दी का सेवन करें तो आप नॉर्मल फ्लू से लेकर गंभीर बीमारियों तक से हमेशा बचे रहेंगे।
इम्यूनिटी भी होती है मजबूत, चेहरे में भी आती है चमक
नीम और हल्दी बैक्टीरिया और फंगस से होने वाली बीमारियों से हमें बचाते हैं, साथ ही त्वचा संबंधी रोग, कमजोरी और वायरस के दुष्प्रभाव से हमारी रक्षा भी करते हैं। सामान्य सर्दी, जुकाम, खांसी और बंद नाक की समस्या में यह रामबाण की तरह काम करते हैं। हल्दी के एंटी वायरल गुण हमें वायरल फ्लू से तेजी से मुक्ति दिलाते हैं। इससे इम्यूनिटी भी मजबूत होती है।
बॉडी के विषैले पदार्थों को बाहर निकाल शरीर को करते हैं शुद्ध
नीम का रस और हल्दी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ हमारे शरीर के डेड स्किन सेल्स को खत्म करते हैं और बॉडी के अंदर के विषैले पदार्थों को बाहर निकालकर शरीर को शुद्ध भी करते हैं। इससे चेहरे समेत पूरी बॉडी में निखार आता है और मस्तिष्क को ऊर्जा मिलती है। जिसके प्रभाव से हमारा व्यक्तित्व भी मजबूत और उत्साहित लगता है।
शुरू में स्वाद को लेकर परेशान न हों
शुरू-शुरू में नीम का रस स्वाद में थोड़ा खराब लग सकता है, लेकिन एक बार इसको कुछ दिन तक पीते रहने से यह आदत में आ जाएगा और फिर इसके फायदे मिलने शुरू हो जाएंगे तो यह अच्छे लगने लगेंगे। इसलिए शुरू में इसे दवा समझकर सेवन करते रहें। स्वाद को लेकर बहुत परेशान न हों।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Lokmat Hindi News इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)