स्मोकिंग, शराब और अनसेफ सेक्स के कारण दुनिया भर में कैंसर से मरे है ज्यादा लोग, ‘द लैंसेट जर्नल’ ने किया खुलासा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 19, 2022 16:42 IST2022-08-19T16:38:16+5:302022-08-19T16:42:08+5:30
इस पर बोलते हुए आईएचएमई के निदेशक क्रिस्टोफर मुरे ने कहा है कि ‘‘धूम्रपान वैश्विक स्तर पर कैंसर के लिए प्रमुख जोखिम कारक बना हुआ है।’’

फोटो सोर्स: Wikipedia CC (Both)
Health News: एक अध्ययन के अनुसार दुनिया में कैंसर से मौत के प्रमुख कारणों में धूम्रपान और शराब का अत्यधिक सेवन शामिल हैं। शोध पत्रिका ‘लांसेट’ में शुक्रवार को प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार धूम्रपान, शराब का सेवन, शरीर द्रव्यमान सूचकांक (बॉडी मास इंडेक्स) का अधिक होना और अन्य ज्ञात जोखिम कारक 2019 में वैश्विक स्तर पर लगभग 44.5 लाख लोगों की कैंसर से मौत के लिए जिम्मेदार थे।
क्या है बीएमआई और इसका क्या उपयोग है
आपको बता दें कि ‘बॉडी मास इंडेक्स’ (बीएमआई) एक माप है, जिसमें किसी व्यक्ति के वजन और उसकी लंबाई के आधार पर दुबलेपन और मोटापे को मापा जाता है। ये निष्कर्ष नीति निर्माताओं और शोधकर्ताओं को प्रमुख जोखिम कारकों की पहचान करने में मदद कर सकते हैं। इनसे क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर कैंसर से होने वाली मौत के मामलों को कम करने के प्रयासों में मदद मिल सकती है।
धूम्रपान पर क्या बोले आईएचएमई के निदेशक
अमेरिका के वाशिंगटन विश्वविद्यालय में ‘इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन’ (आईएचएमई) के निदेशक क्रिस्टोफर मुरे ने कहा, ‘‘अध्ययन से पता चलता है कि कैंसर का खतरा एक महत्वपूर्ण जन स्वास्थ्य चुनौती है और यह खतरा दुनियाभर में बढ़ रहा है।’’ अध्ययन के सह-वरिष्ठ लेखक मुरे ने कहा, ‘‘धूम्रपान वैश्विक स्तर पर कैंसर के लिए प्रमुख जोखिम कारक बना हुआ है।’’
जीबीडी 2019 के अध्ययन में क्या खुलासा हुआ है
‘ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज, इंजरी एंड रिस्क फैक्टर्स’ (जीबीडी) 2019 के अध्ययन के परिणामों का उपयोग करते हुए, अनुसंधानकर्ताओं ने जांच की कि कैसे 34 व्यावहारिक, पर्यावरणीय एवं व्यावसायिक जोखिम कारकों ने 2019 में 23 प्रकार के कैंसर के कारण मौत के मामलों को बढ़ाया और स्वास्थ्य को प्रभावित किया है।
इन सब स्टडी पर अनुसंधानकर्ताओं का क्या है कहना
इस पर बोलते हुए अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि तंबाकू और शराब का सेवन, असुरक्षित यौन संबंध और आहार संबंधी जोखिम जैसे कारक वैश्विक स्तर पर कैंसर के बढ़ते मामलों के लिए जिम्मेदार थे।