बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर की पत्नी और मशहूर अदाकारा किरण खेर को एक प्रकार का ब्लड कैंसर हुआ है, जिसे मल्टीपल मायलोमा कहा जाता है। उनका मुंबई के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। किरण खेर को कैंसर के बारे में पिछले ही साल दिसंबर में पता चल गया था और इसके बाद से उनका इलाज चल रहा है।
अनुपम खेर ने ट्वीट के जरिये उनके स्वास्थ्य को लेकर अपडेट दिया है। उन्होंने लिखा, 'ताकि इस परिस्थिति में कोई अफवाह नहीं फैले, सिकंदर और मैं सभी को ये बताना चाहता हूं कि वे मल्टीपल मायलोमा से पीड़ित हैं।
हाथ टूटने के बाद किरण खेर की बीमारी आई थी सामने68 साल की किरण खेर को ब्लड कैंसर होने की जानकारी चंडीगढ़ भाजपा के अध्यक्ष अरुण सूद ने मीडिया को दी है। उन्होंने बताया कि खेर की यह बीमारी पिछले साल नवंबर में सामने आई थी।
अरुण सूद के अनुसार पिछले साल 11 नवंबर को चंडीगढ़ में किरण का बायां हाथ टूट गया था। इसके बाद जांच कराने के बाद पता चला कि उन्हें मल्टीपल मायलोमा है। बीमारी उनके बाएं हाथ से लेकर दाएं कंधे तक फैल चुकी थी।
मल्टीपल मायलोमा क्या है
वेबएमडी के अनुसार, मल्टीपल मायलोमा को कहलर की बीमारी (Kahler’s disease) के रूप में भी जाना जाता है। यह एक प्रकार का रक्त कैंसर है। इसका कोई इलाज नहीं है, लेकिन उपचार इसके प्रसार को धीमा कर सकते हैं और कभी-कभी लक्षणों को दूर कर सकते हैं।
शरीर में एक प्रकार की श्वेत रक्त कोशिका होती है जिसे प्लाज्मा कोशिका कहा जाता है। यह एंटीबॉडी बनाती है और शरीर में संक्रमण से लड़ती है। जब शरीर में कई मायलोमा होते हैं, तो ये कोशिकाएं गलत तरीके से बढ़ने लगती हैं। इसकी वजह से हड्डियों और रक्त में बहुत अधिक प्रोटीन जिसे इम्युनोग्लोबुलिन कहा जाता है बढ़ने लगता है और अंगों को नुकसान पहुंचाता है।
मल्टीपल मायलोमा के कारण और जोखिम कारक
विशेषज्ञ यह सुनिश्चित नहीं करते हैं कि मल्टीपल माइलोमा का क्या कारण है। हालांकि कुछ लोगों को इसका खतरा हो सकता है- -अगर आप 65 वर्ष से अधिक उम्र के हैं- पुरुषों को इसका अधिक खतरा होता है - आपके परिवार में इस स्थिति से कोई पीड़ित रह चुका हो - आप अधिक वजन वाले या मोटे हैं- आप कभी रेडिएशन के संपर्क में आए हों - रबड़ बनाने और लकड़ी के काम में इस्तेमाल किसी रसायनों के संपर्क में आए हों
मल्टीपल मायलोमा के लक्षण
आरंभिक तौर पर, आपको कोई लक्षण नज़र नहीं आएगा। लेकिन समय के साथ आपको कई लक्षण महसूस हो सकते हैं जिनमें हड्डी में दर्द, कमजोरी और थकान, वजन कम होना और भूख कम लगना, पेट खराब रहना, कब्ज, भ्रम की स्थिति, बार-बार संक्रमण, ज्यादा प्यास लगना और बाहों और पैरों में कमजोरी या सुन्नता महसूस होना।
मल्टीपल मायलोमा की जटिलताएं
हड्डियों की समस्याइससे आपकी हड्डियां कमजोर हो सकती हैं, जिससे फ्रैक्चर हो सकते हैं।
रक्त की समस्याआपको एनीमिया हो सकता है, जिसका अर्थ है कि आपके शरीर में पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं नहीं हैं। इससे प्लेटलेट्स भी कम हो सकते हैं, जो आपके रक्त को थक्के के लिए कठिन बनाता है।
संक्रमणजब आपको मायलोमा होता है, तो आपका शरीर बहुत सारे कमजोर एंटीबॉडी पैदा करता है जो स्वस्थ लोगों को बाहर निकालता है, जिससे संक्रमण से लड़ना आपके लिए कठिन हो जाता है। सफेद रक्त कोशिकाओं की कमी भी आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकती है।
किडनी डैमेजमायलोमा आपकी किडनी को रोक सकती है इसलिए वे जिस तरह से चाहिए उसे फ़िल्टर नहीं करते हैं। इससे किडनी फेल हो सकती है।