शरीर में कितना कैल्शियम होना चाहिए ? कैल्शियम की कमी के 5 गंभीर लक्षण, कमी पूरी करने के लिए खाएं ये 10 चीजें
By उस्मान | Updated: August 19, 2021 13:12 IST2021-08-19T13:12:42+5:302021-08-19T13:12:42+5:30
कैल्शियम की कमी से हड्डियां और दांत कमजोर हो सकते हैं

कैल्शियम की कमी के लक्षण
शरीर के बेहतर कामकाज और विकास के लिए हड्डियों का मजबूत होना जरूरी है। हड्डियों का मजबूत होने शरीर में कैल्शियम की मात्रा पर निर्भर करता है। कैल्शियम की कमी से हड्डियां भंगुर और कमजोर हो सकती हैं।
कैल्शियम को कमजोर व पतली हड्डियों को मजबूत करने, दिल की कमजोरी, गुर्दे की पथरियों को नष्ट करने और महिलाओं के मासिक धर्म से संबंधित रोगों के उपचार में लाभकारी पाया गया है।
शरीर में कितना कैल्शियम होना चाहिए
- गर्भवती व दूध पिलाने वाली महिलाओं के लिए 1200 मिलीग्राम
- 6 मास से छोटे बच्चों के लिए 400 मिलीग्राम
- 6 मास से 1 वर्ष के बच्चों के लिए 600 मिलीग्राम
- 1 वर्ष से 10 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए 800 मिलीग्राम
- 11 वर्ष से ऊपर सभी आयु वर्ग के लिए 1200 मिलीग्राम
कैल्शियम की कमी के लक्षण और नुकसान
हड्डियों का कमजोर होना
अगर आपको भी रोजना हाथ-पैरों में दर्द होने की समस्या रहती है तो इसको नजरअंदाज न करें। शरीर मे कैल्शियम की कमी होने पर हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। इसके अलावा पूरे बदन में दर्द होने लगता है।
दांत कमजोर होना
कैल्शियम की कमी सबसे पहले दांत में दिखाई देती है। दांतों की सड़न पहला लक्षण है। जब एक बार दांत सड़ने शुरू हो जाएं तो इनको टूटने में ज्यादा समय नहीं लगता। अगर बच्चों को बचपन में ही कैल्शियम की कमी हो जाए तो दांत बहुत देरी से निकालते हैं।
पीरियड्स में दर्द होना
जिन महिलाओं में कैल्शियम की कमी होती है। उनको मासिक धर्म के दौरन दर्द होता है। इसके साथ ही मासिक धर्म देर से आना, इनरैगुलर होना भी कैल्शियम की कमी का संकेत है।
दिल की धड़कन बढ़ना
दिल को ठीक तरीके से काम करने के लिए कैल्शियम की आवश्यकता होती है। इसकी कमी होने पर दिल की धड़कन बढ़ने लगती है जिससे बेचैनी से महसूस होने लगती है। कैल्शियम दिल को सही तरह से पम्प करने में मदद करता है।
नाखून कमजोर होना
अगर आपके नाखून बार-बार टूट रहें हो तो यह संकेत है कि आपके शरीर में कैल्शियम की कमी हो रही है। नाखूनों को बढ़ने के लिए कैल्शियम की आवश्यकता होती है। जब शरीर में इसकी मात्रा सही नहीं होती तो नाखून कमजोर हो कर टूटने शुरू हो जाते हैं।
कैल्शियम की कमी पूरी करने के लिए क्या खाना चाहिए
रोजान के भोजन में कुछ पदार्थों से कैल्शियम तत्व मिल सकता है जैसे पनीर, सूखी मछली, राजमा, दही, गरी गोला, सोयाबीन आदि। इसी प्रकार दूध एक गिलास (गाय) से 260 मिलीग्राम, दूध एक गिलास (भैंस) से 410 मिलीग्राम कैल्शियम मिलता है।
प्रेशर कुकर में पकाए गए चावल, मोटे आटे की रोटी, टमाटर से काफी कैल्शियम मिल सकता है। दूध के अलावा हरी पत्तेदार सब्जियों में भी यह तत्व पाया जाता है।
अंजीर और बादाम
यह सूखा मेवा काफी टेस्टी होता है। इसमें कैल्शियम और आयरन बहुत पाया जाता है साथ ही फाइबर भी कुछ कम नहीं होता। बादाम बादाम के दूध और बादाम में काफी सारा कैल्शियम मौजूद होता है। इसमें अन्य पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं।
संतरा और नींबू
संतरा जिन खट्टे फलों में सिट्रस एसिड होता है, उसमें कैल्शियम तथा विटामिन सी भी मौजूद होता है। आपको हफ्ते में दो बार इम्मयूनिटी बढाने के लिये और बीमारियों को दूर रखने के लिये संतरे और नींबू का सेवन करना चाहिये।
तिल और सोया
इसके 1 चम्मच में दूध के 1 गिलास जितना कैल्शियम होता है। सोया मिल्क इसमें दूध जितना तो कैल्शियम नहीं होता पर 300 एमजी कैल्शियम झट से मिल जाता है।