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छींक रोकने से आपके कानों पर पड़ सकता है बुरा असर, कम सुनने की हो सकती है समस्या, भूलकर भी न करें ये गलती

By आजाद खान | Updated: August 4, 2022 16:36 IST

जानकारों की माने तो किसी को कभी भी अपनी छींक को रोकनी नहीं चाहिए। अगर फिर भी कोई ऐसा करता है तो उसके शरीर में कई समस्याएं भी हो सकती है।

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ठळक मुद्देछींक का आना सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। इसके कई फायदे है जिससे शरीर को सीधा लाभ मिलता है। ऐसे में अगर कोई अपनी छींक को रोक लेता है तो उसे कई समस्याएं भी हो सकती है।

Holding Sneeze: जब भी आपके नाक में कोई गंदगी, धूल-मिट्टी या मोल्ड के कण चले जाते हैं, तब आपको छींक आ जाती है। वैसे छींक का आना सेहत के लिए सही भी माना जाता है। इसके कई फायदे हैं। अगर आपको छींक आती है तो आप बीमार होने से बच जाते है, साथ ही साथ इसके आने से आप कई तरह के इंफेक्शन से भी बच जाते है। ऐसे में यह छींक आपके लिए बहुत ही लाभदायक होती है। 

लेकिन तब क्या होता है जब आप जानबूझकर अपने छींको को आने नहीं देते और उसे रोक लेते हो। जानकारों की माने तो छींक को आने देना चाहिए। उसे कभी भी रोकना नहीं चाहिए। आपके छींक के रोकने से इससे आपके शरीर पर बुरा असर पड़ सकता है। 

ऐसे में आइए जानते है कि छींक के रोकने से आपके सेहत को क्या-क्या नुकसान है। यही नहीं यह आपके शरीर के लिए कितना खतरनाक हो सकता है, इसकी भी हम चर्चा करेंगे। 

छींक रोकने से क्या-क्या नुकसान होते है (Danger Holding Sneeze)

हेल्थलाइन डॉट कॉम के मुताबिक, अगर कोई अपनी छींक को रोकता है तो ऐसे में उस के कानों में रप्चर इयर ड्रम की समस्या देखने को मिलती है। वहीं अगर यह समस्या उस शख्स में बार-बार देखने को मिलती है तो उसे कम सुनाई भी दे सकता है। 

इसके अलावा कई बार ऐसा होता है आपके नाक में कोई बैक्टीरिया हो और वह आपके द्वारा छींके के रोकने के कारण बाहर नहीं निकल पाया हो तो ऐसे में वह आपके कान तक जा सकता है और आपके कान के इंफेक्शन का कारण भी बन सकता है।

इस कारण आपको यह समस्या भी हो सकती है (Holding Sneeze Problem)

जब कोई अपनी छींक को रोकता है तो उन्हें आंख और नाक में समस्या हो सकती है। इस कारण आपके आंख, नाक और इयर ड्रम्स की ब्लड वेसल्स कमजोर भी हो सकती है। यही कारण होता है कि इस हालत में आपके आंख और नाक लाल हो जाते है। 

ऐसा भी देखा गया है कि छींक के रोकने से प्रेशर में बनी हवा डायाफ्राम के अंदर फंस जाती है जो बाद में आपके फेफड़ों से जाकर टकरा जाती है। हालांकि ऐसा बहुत कम हो होता है, लेकिन अगर ऐसा हुआ तो यह आपके सेहत के लिए जानलेवा भी हो सकती है। 

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Lokmat Hindi News इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)

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