आंत के कैंसर के पहले स्टेज में मिलती हैं 14 चेतावनी, आंत में ट्यूमर बनने से रोकती है ये खास चीज
By उस्मान | Updated: January 8, 2020 11:11 IST2020-01-08T11:11:03+5:302020-01-08T11:11:03+5:30
यदि आपकी बॉडी में बिना कारण के वजन कम हो रहा है, मल में खून आ रहा है, थकान, एनीमिया, आंतों में बदलाव या उल्टी जैसे लक्षण नजर आ रहे है तो आप सावधान हो जाए

आंत के कैंसर के पहले स्टेज में मिलती हैं 14 चेतावनी, आंत में ट्यूमर बनने से रोकती है ये खास चीज
आंत का कैंसर एक ऐसा कैंसर है जो कोलन या मलाशय में शुरू होता है। इसे कोलोन कैंसर या रेक्टल कैंसर भी कहा जा सकता है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि यह कहां से शुरू होता है। कैंसर तब शुरू होता है जब शरीर में कोशिकाएं नियंत्रण से बाहर बढ़ने लगती हैं। शरीर के लगभग किसी भी हिस्से में कोशिकाएं कैंसर बन सकती हैं और शरीर के अन्य क्षेत्रों में फैल सकती हैं।
यदि आपकी बॉडी में बिना कारण के वजन कम हो रहा है, मल में खून आ रहा है, थकान, एनीमिया, आंतों में बदलाव या उल्टी जैसे लक्षण नजर आ रहे है तो आप सावधान हो जाए क्योकि ये सभी कोलोरेक्टर कैंसर के लक्षण है। वैसे तो कैंसर का नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं और सोचते हैं कि इस बीमारी का इलाज ही नहीं है, लेकिन कैंसर का पता जल्द लगने पर इसका इलाज संभव है।
आंत के कैंसर के लक्षण
कैंसर डॉट ऑर्ग के अनुसार, आंत के कैंसर के लक्षण तुरंत नजर नहीं आते हैं लेकिन स्थिति गंभीर होने पर आप कुछ लक्षण अनुभव कर सकते हैं जिनमें मुख्यतः आंत में कुछ समस्या होना जैसे दस्त, कब्ज या मल का संकुचित होना, जो कुछ दिनों से अधिक समय तक रहता है, ऐसा महसूस होना कि आपको मल त्याग करना है और एक बार करने से राहत नहीं मिलती, मल में खून आना, मल का रंग बदलकर डार्क दिखना, पेट में ऐंठन या पेट दर्द, कमजोरी, थकान और बेवजह वजन कम होना शामिल हैं।
इन लक्षणों के अलावा आंत का कैंसर होने पर कई अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं जिसमें संक्रमण, बवासीर या आईबीएस शामिल है। यदि आपको इनमें से कोई समस्या है, तो अपने चिकित्सक को तुरंत मिलें ताकि आपको इसका कारण ढूंढा जा सके और इलाज किया जा सके।
आंत के कैंसर के कारण
डॉक्टर निश्चित नहीं हैं कि ज्यादातर पेट के कैंसर के कारण क्या हैं। सामान्य तौर पर आंत का कैंसर तब शुरू होता है, जब पेट में स्वस्थ कोशिकाएं अपने डीएनए में परिवर्तन (म्यूटेशन) विकसित करती हैं। स्वस्थ कोशिकाएं शरीर को सामान्य रूप से कार्य करने के लिए एक क्रमबद्ध तरीके से बढ़ती और विभाजित करती हैं। लेकिन जब किसी कोशिका का डीएनए क्षतिग्रस्त हो जाता है और कैंसर हो जाता है।
एस्पिरिन आंत के कैंसर को रोकने में मददगार
बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, बुखार के लिए निर्धारित एस्पिरिन ट्यूमर के विकास को कम कर सकती है और आंत के कैंसर को बढ़ने से रोक सकती है। अमेरिका में क्लिनिकल रिसर्च सेंटर सिटी ऑफ होप के शोधकर्ताओं के अनुसार, एस्पिरिन में कैंसर, अल्जाइमर, पार्किंसंस और गठिया जैसी पुरानी सूजन से होने वाली बीमारियों को रोकने की क्षमता है।
अध्ययन के सह-लेखक अजय गोयल ने कहा, 'इन बीमारियों से बचने के लिए एस्पिरिन का उपयोग अभी इसलिए नहीं किया जा रहा क्योंकि इनका अधिक सेवन करने से पेट की परत पर असर पड़ता है जिससे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और अन्य समस्याओं का खतरा हो सकता है। गोयल ने कहा, हम आंत के कैंसर के इलाज और रोकथाम के लिए एस्पिरिन की सही मात्रा की खोज करने के करीब पहुंच रहे हैं ताकि इसके दुष्प्रभावों से बचा जा सके।
