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Covid-19 vaccine: लखनऊ में जल्द शुरू होगा COVAXIN का फेज-3 ट्रायल, जानिए टीके के बारे में 10 खास बातें

By उस्मान | Updated: September 25, 2020 11:11 IST

भारत में कोरोना वायरस वैक्सीन अपडेट : इसे देश की पहले देसी कोरोना वैक्सीन माना जा रहा है और इससे बहुत उम्मीदे हैं

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ठळक मुद्देतीसरे चरण का ह्यूमन ट्रायल लखनऊ और गोरखपुर में अक्टूबर से शुरू होगाअभी तक के परिणाम रहे हैं साकारात्मक

भारत में कोविड-19 के मामले शुक्रवार को 58 लाख के पार चले गए, जबकि इनमें से 47 लाख से अधिक लोग संक्रमण मुक्त भी हो चुके हैं। देश में मरीजों के ठीक होने की दर 81.74 प्रतिशत है।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार एक दिन में कोविड-19 के 86,052 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 58,18,570 हो गए। वहीं पिछले 24 घंटे में 1,141 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 92,290 हो गई।

इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने घोषणा की है कि भारत की पहली देसी कोरोना वायरस वैक्सीन कोवाक्सिन (COVAXIN) के तीसरे चरण का ह्यूमन ट्रायल लखनऊ और गोरखपुर में अक्टूबर से शुरू होगा। इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च इस टीके को भारत बायोटेक के साथ मिलकर बना रहा है।

लाइव मिंट की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के प्रधान स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कहा, 'भारत बायोटेक द्वारा विकसित कोवाक्सिन के तीसरे चरण का परीक्षण लखनऊ और गोरखपुर में अक्टूबर से शुरू होगा।' 

भारत की पहले देसी टीके कोवाक्सिन से जुड़े तथ्य

1) एम्स (दिल्ली) में कोवाक्सिन का मानव परीक्षण ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) से हरी झंडी मिलने के बाद शुरू हुआ है। डीसीजीआई देश की सबसे बड़ी दवा नियामक संस्था है। इस वैक्सीन को हाल ही में इस संस्था से मंजूरी मिली थी। 

2) कोवाक्सिन को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के सहयोग से विकसित किया है।

3) एम्स (दिल्ली) ने परीक्षण के लिए कुछ वालंटियर्स को पंजीकृत किया था। कोवाक्सिन का ह्यूमन ट्रायल होने से पहले वालंटियर्स का हेल्थ चेकअप होगा और यह देखा जाएगा कि वो इन परीक्षण के लिए कितने तैयार हैं।

4) ह्यूमन ट्रायल के लिए कुल 375 वालंटियर्स की लिस्ट बनी है जिनमें से एम्स (दिल्ली) पहले और दूसरे चरण के परीक्षणों के लिए केवल 100 प्रतिभागियों का चयन करेगा। बाकी वालंटियर्स का अलग जगह पर परीक्षण होगा।

5) आईसीएमआर ने 12 संस्थानों को इस वैक्सीन के लिए चुना है 17 जुलाई को, रोहतक के पोस्ट-ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट (PGI) में कोवाक्सिन का मानव परीक्षण शुरू हुआ, जहां तीन स्वयंसेवकों को कोवाक्सिन दिया गया।

6) एम्स-पटना और कुछ अन्य स्थानों पर भी परीक्षण शुरू हो गए हैं। उत्तरी गोवा के पेरनेम तालुका में रेडकर अस्पताल में भी इस वैक्सीन का ट्रायल होगा। उत्तरी गोवा का यह निजी अस्पताल 12 संस्थानों में से एक है। 

7) गोवा के रेडकर अस्पताल में दस वालंटियर्स पर यह परीक्षण होगा। वालंटियर्स की रिपोर्ट उनकी पात्रता का पता लगाने के लिए दिल्ली भेजी गई है। 

8) भारत में कोवाक्सिन के अलावा DCGI ने फार्मा दिग्गज Zydus Cadila को Covid -19 वैक्सीन के लिए मनुष्यों पर चरण I / II नैदानिक परीक्षण करने की अनुमति दी है।

9) कोवाक्सिन और ज़ाइडस कैडिला वैक्सीन को चूहों और खरगोशों में परीक्षण में सफलता के बाद मानव परीक्षणों के लिए मंजूरी मिली है। ये केवल दो स्वदेशी वैक्सीन हैं जो भारत में मानव परीक्षण चरण तक पहुंची हैं।

10) कंपनी भारत बायोटेक द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इन अध्ययनों के परिणाम आशाजनक रहे हैं और व्यापक सुरक्षा और प्रभावी इम्यून रेस्पोंस दिखाते हैं।

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