कोरोना वायरस से होने वाली तबाही थमने का नाम नहीं ले रही है। इसकी चपेट में आने वालों की तादात बढ़ती ही जा रही है। खबर लिखे जाने तक कोरोना वायरस से करीब 25 लाख 50 हजार लोग संक्रमित हो चुके हैं और 1.5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
कोरोना वायरस का कोई इलाज नहीं है. इससे बचने का सिर्फ एक इ तरीका है और वो है खुद को संक्रमित लोगों से दूर रखना. कोरोना एक ऐसी खतरनाक बीमारी है जिसके बारे में रोजाना नई-नई जानकारियां निकलकर सामने आ रही है।
एक अध्ययन में सामने आया है कि वायरस को हटाने के लिए हाथ को हैंड ड्रायर के बजाय टिशू पेपर से साफ करना ज्यादा कारगर है। शोधकर्ताओं ने हाथ को सूखा रखना विषाणुओं के संक्रमण को फैलने की आशंका कम करने के लिए महत्वपूर्ण है और ऐसा नहीं होने पर संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
ब्रिटेन स्थित लीड्स विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं सहित ण्क शोध दल ने इस बात की जांच की कि हाथ को सूखाने के तरीके से वायरस के प्रसार पर कोई असर होता है या नहीं।
अध्ययन के दौरान चार स्वयंसेवकों के दस्ताने पहने हाथ को जीवाणुभोजी (वायरस जो बैक्टीरिया को संक्रमित करता है लेकिन इनसानों के लिए नुकसानदायक नहीं होता है) से संक्रमित किया गया।
संक्रमण के बाद उन्होंने हाथ नहीं धोया (जैसा आम तौर पर लोग ठीक से हाथ नहीं धोते)। प्रत्येक स्वयंसेवक ने एप्रॉन (चिकित्सकों द्वारा कपड़े के ऊपर पहने जाना वाला गाउन) पहना था ताकि हाथ सूखाने के दौरान कपड़ों पर होने वाले संक्रमण को मापा जा सके।
शोधकर्ताओं ने पाया कि हैंड ड्रायर और टिशू पेपर से हाथ सूखाने पर वायरस के संक्रमण में कमी आई लेकिन हैंड ड्रायर से हाथ सूखाने पर टिशू पेपर के मुकाबले एप्रॉन पर संक्रमण का स्तर अधिक था।