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COVID-19 medicine: भारत में कोरोना वायरस की 2 सस्ती दवाएं PiFLU, Favenza लॉन्च, एक टैबलेट की कीमत ₹55

By उस्मान | Updated: August 27, 2020 08:47 IST

कोरोना वायरस की दवा : इन दवाओं से कोरोना के हल्के लक्षणों वाले मरीजों को ठीक करने में मदद मिल सकती है

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ठळक मुद्देइन दवाओं से कोरोना के हल्के लक्षणों का इलाज करने में मदद मिल सकती हैयह दोनों दवाएं वर्तमान में देश भर में उपलब्ध होंगी प्रति टैबलेट की कीमत ₹55 रखी गई है

भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। चीन से निकली इस महामारी से देश में अब तक 3,307,749 लोग संक्रमित हो गए हैं और 60,629 लोगों की मौत हो गई है। कोरोना का अभी तक कोई स्थायी इलाज और टीका बाजार में नहीं आया है। फिलहाल वैज्ञानिक कोरोना के हल्के लक्षणों के इलाज के लिए दवाएं बनाने में जुटे हैं। 

इस बीच दवा कंपनी एफडीसी लिमिटेड ने कोविड-19 की दवा फेविपिराविर के दो वेरिएंट लॉन्च किए हैं। इनका ब्रांड नाम पीएफएफएलयू (PiFLU) और फेवेंजिया (Favenza) है। इन दवाओं से कोरोना के हल्के लक्षणों का इलाज करने में मदद मिल सकती है।  

कोरोना के हल्के लक्षणों के इलाज में मिलेगी मददलाइव मिंट की रिपोर्ट के अनुसार, एफडीसी ने एक बयान में कहा कि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने पहले एक ऑफ पेटेंट फेविपिराविर के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी थी, जो कि ओरल एंटीवायरल ड्रग है। इस दवा को कोरोना वायरस के हल्के से मध्यम लक्षणों वाले मरीजों में बेहतर परिणाम देखने को मिले हैं।

टैबलेट की कीमतकंपनी ने कहा है कि यह दोनों दवाएं वर्तमान में देश भर में उपलब्ध होंगी और प्रति टैबलेट की कीमत ₹55 रखी गई है। एफडीसी के प्रवक्ता मयंक टिक्खा ने कहा, 'इन दवाओं के लॉन्च होने से कोरोना वायरस के मरीजों की बिगड़ती हालत को रोकने में मदद मिलेगी। हम सरकार और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों के साथ मिलकर देश भर में फेवेंज और पीएएफएलयू उपलब्ध कराने के लिए काम करेंगे।' 

भारत में कोविड-19 से ठीक होने वाले लोगों की संख्या, मरीजों से 3.5 गुना अधिक हुई कोविड-19 महामारी से भारत में अब तक कुल 24,67,758 लोग स्वस्थ हो चुके हैं और आज संक्रमण से ठीक होने वाले लोगों की संख्या इलाज करा रहे रोगियों की संख्या से 3.5 गुना से अधिक हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत में कोविड-19 रोगियों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर आज 76 प्रतिशत से अधिक हो गई है। 

मंत्रालय ने कहा कि भारत में संक्रमितों के ठीक होने की इतनी बड़ी संख्या से देश में मौजूदा मरीजों की संख्या यानी ‘‘वास्तविक केसलोड’’ कम हुआ है। वर्तमान में यह कुल संक्रमित मामलों का केवल 21.87% है। 

मंत्रालय ने कहा कि पिछले कई दिन से इस बीमारी से एक ही दिन में ठीक होने वाले मरीजों का आंकड़ा 60,000 से अधिक रहा है। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 63,173 मरीजों के ठीक होने के साथ ही इस बीमारी से अब तक कुल 24,67,758 लोग उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ठीक होने की इस रफ्तार का इस बीमारी से ठीक होने वाले मरीजों के प्रतिशत और इसके मौजूदा मामलों के प्रतिशत के बीच का अंतर बढ़ाने में अहम योगदान रहा है। 

भारत में कोविड-19 बीमारी के इस समय 7,07,267 मामले हैं जबकि स्वस्थ हुए लोगों की संख्या 24,67,758 है। यानी दोनों के बीच अंतर 17,60,489 पहुंच गया है। इसके साथ ही, भारत में कोविड-19 रोगियों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर आज 76.30% हो गई है। 

मंत्रालय ने कहा, ‘‘व्यापक तौर पर संक्रमण के, युद्ध स्तर पर परीक्षण के जरिए संक्रमितों का शुरुआती पता लगाने और अस्पतालों में भर्ती मरीजों के कुशल क्लीनिकल उपचार के केंद्र और राज्य/केंद्र शासित प्रदेश सरकारों के समन्वित प्रयासों ने लगातार कम होती मृत्यु दर के रूप में बेहतर नतीजे दिखाए हैं।  

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