COVID-19: देश में कोविड-19 से करीब 60 हजार लोगों की मौत, ICMR ने बताए देश में कोरोना के तेजी से फैलने के 2 बड़े कारण
By उस्मान | Published: August 26, 2020 10:00 AM2020-08-26T10:00:22+5:302020-08-26T10:12:23+5:30
संस्था का कहना है कि कुछ गैर जिम्मेदार लोगों के कारण देश में इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं मामले
भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। चीन से निकली इस महामारी से देश में 3,231,754 लोग संक्रमित हो गए हैं और 59,612 लोगों की मौत हो गई है। कुल संक्रमितों में से 2,467,758 लोग ठीक भी हुए हैं।
देश में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 32 लाख के आंकड़े को पार कर गई जबकि स्वस्थ हुए लोगों की संख्या 24 लाख के पार चली गई। वर्ल्ड ओ मीटर के अनुसार, फिलहाल देश में 704,890 मामले सक्रिय हैं और 8,944 लोगों की हालात गंभीर बनी हुई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार तक संक्रमण के मामलों की कुल संख्या 31,67,323 बताई है। इसके अलावा मंत्रालय ने बताया कि 58,390 लोगों की मौत हुई है और उपचार के बाद 24,04,585 लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक हुए हैं।
कोविड-19 जांच में बढ़ोतरी के बावजूद संक्रमित होने की दर में कमी हुई
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 की जांच में काफी बढ़ोतरी होने के बावजूद संक्रमित होने की दर में लगातार कमी हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने साथ ही रेखांकित किया कि उपचाराधीन मामलों में पहली बार 24 घंटे में 6,423 की कमी आयी है। मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 की जांच वर्तमान में बढ़कर प्रतिदिन प्रति दस लाख 600 जांच से अधिक हो गई है जो कि एक अगस्त को प्रतिदिन प्रति 10 लाख 363 जांच थी।
51 प्रतिशत मौतें 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की
उन्होंने कहा, '36 प्रतिशत मौतें 45-60 वर्ष की आयु समूह में और 51 प्रतिशत मौतें 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में हुई हैं। 11 प्रतिशत मौतें 26 से 44 आयु वर्ग के लोगों में और एक प्रतिशत 18 से 25 वर्ष आयुवर्ग और 17 वर्ष से कम आयु के लोगों में हुई हैं।
भूषण ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जहां तक रूस द्वारा विकसित कोविड-19 टीका ‘स्पुतनिक वी’ का सवाल है, दोनों देश (भारत और रूस) सम्पर्क में हैं। 'कुछ प्रारंभिक जानकारी साझा की गई है जबकि कुछ विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।'
जांच क्षमता में हुई बढ़ोतरी
जांच क्षमता में वृद्धि को लेकर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि धीरे-धीरे जांच क्षमता में वृद्धि की गई और 21 अगस्त को यह आखिरकार एक दिन में 10 लाख नमूनों की जांच की हो गई।
उन्होंने कहा, 'कोविड-19 जांच क्षमता में काफी वृद्धि हुई है- 30 जनवरी को प्रतिदिन 10 जांच से यह 21 अगस्त को प्रतिदिन 10 लाख हो गई है।' भार्गव ने कहा, 'भारत में हमारे पास 1,524 कोविड-19 जांच प्रयोगशालाएं हैं और 25 अगस्त 2020 तक 3,68,27,520 जांच की जा चुकी हैं।'
भारत में कोरोना के मामले बढ़ने के कारण
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि कुछ 'गैर जिम्मेदार' लोगों के मास्क नहीं पहनने तथा सामाजिक दूरी बनाकर नहीं रखने से भारत में कोरोना वायरस महामारी बढ़ रही है।
भार्गव ने यह भी कहा कि आईसीएमआर ने दूसरा राष्ट्रीय सीरो सर्वे शुरू किया है जो सितंबर के पहले सप्ताह तक पूरा किया जाएगा। भार्गव ने कहा, 'मैं यह नहीं कहूंगा कि जवान या वृद्ध ऐसा कर रहे हैं, मैं कहूंगा कि गैर-जिम्मेदार, कम जागरुक लोग मास्क नहीं पहन रहे और सामाजिक दूरी का पालन नहीं कर रहे हैं जिससे भारत में महामारी बढ़ रही है।'
उन्होंने कहा कि पिछले राष्ट्रीय सीरो सर्वे की पूरी रिपोर्ट की दो बार समीक्षा की गयी है और इस सप्ताह के अंत में इसे इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च में प्रकाशित किया जा सकता है।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)