Aloe Vera Benefits: डायबिटिज को जड़ से उखाड़ सकती है घृतकुमारी, जानिए एलोवेरा के आयुर्वेदिक लाभ
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 2, 2024 06:48 AM2024-04-02T06:48:48+5:302024-04-02T10:29:44+5:30
आयुर्वेदिक में कहा गया है कि एलोवेरा यानी घृतकुमारी में कई ऐसे औषधिय गुण होते हैं, जिनसे कई रोगों का सफल इलाज किया जा सकता है।
Aloe Vera Benefits in Hindi: आयुर्वेदिक में एलोवेरा यानी घृतकुमारी के औषधिय लाभ के विषय में बहुत विस्तार से बताया गया है। चिकित्सा विज्ञान में कहा गया है कि जाता है कि एलोवेरा में कई औषधीय गुण होते हैं, जिनसे कई रोगों का सफल इलाज किया जा सकता है। एलोवेरा एक ऐसा पौधा, जो आपकी त्वचा को जवान रखता है और झुर्रियों से बचाता है। जिससे आप चिरयौवना बने रहते हैं।
आयुर्वेद त्वचा उपचार के अलावा मधुमेह, अल्सर, जलने की चोटों और पीलिया जैसे भयंकर रोगों के इलाज में एलोवेरा के उपयोग पर जोर देता है। इतना ही नहीं एलोवेरा के उपयोग से न केवल इंसानों बल्कि पशुओं में भी प्रतिरक्षा क्षमता का विकास होता है। एलोवेरा के इन्हीं गुणों के कारण इसका उपयोग न केवल भारत बल्कि दुनिया के अन्य देशों में भी किया जाता है।
घृतकुमारी (एलोवेरा)
एलोवेरा का पौधा ज्यादातर कम पानी और सूखी जगह पर उगता है। इसके पत्ते क्षैतिज दिशा में चारों तरफ निकल जाते हैं। इनके अंदर गूदेदार सफेद तरल पदार्थ पाया जाता है, जिसका इस्तेमाल आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में अनेक औषधियां बनाने के लिए किया जाता है।
एलोवेरा पत्तों का आगे वाला हिस्सा नुकीला और इनके दोनों तरफ छोटे-छोटे कांटे पाए जाते हैं। पूरे विश्व में इस पौधे की अनेक प्रजातियां देखने को मिलती हैं परन्तु भारत देश में सिर्फ इसकी एक से दो किस्में ही प्रयोग में लाई जाती हैं।
एलोवेरा में पाए जाने वाले औषधीय गुण
आयुर्वेद में इस प्राकृतिक पौधे को अनेक रोगों की रामबाण औषधि माना जाता है। अलोवेरा के निम्नलिखित गुणों के कारण विश्व प्रसिद्ध है। यह एंटीसेप्टिक होता है। इसमें विटामिन ए, फोलिक एसिड और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व मौजूद होते हैं। अगर एलोवेरा का सही इस्तेमाल किया जाए तो उससे शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है और साथ ही साथ यह पाचन क्रिया को दुरुस्त करती है।
मधुमेह की रामबाण दवा
घृतकुमारी यानी एलोवेरा के एंटी-डायबिटिक गुण शरीर के अंदर इंसुलिन की मात्रा संतुलित रखने में मदद करते हैं। इसलिए अगर मधुमेह का रोगी वैद्य की सलाह के अनुसार इसके पत्तों से रस निकालकर नियमित रूप से सेवन करे तो बहुत जल्दी आराम मिलता है।
कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करती है
एलोवेरा के उपयोग से स्वचालित रूप से रक्त की गुणवत्ता में सुधार होता है और इस प्रकार रक्त में अन्य घटकों जैसे कोलेस्ट्रॉल और ग्लूकोज को फिर से संतुलित करने में मदद करता है। यह प्रभावी रूप से कोलेस्ट्रॉल और कुल ट्राइग्लिसराइड सामग्री को कम करता है। इसमें कोलेस्ट्रॉल कम करने वाले एजेंट हैं। इसलिए एलोवेरा कोलेस्ट्रॉल की बीमारी में बेहद कारगर प्राकृतिक उपचार माना जाता है।
वजन घटाने में कारगर
एलोवेरा आपके आहार की प्रभावशीलता में सुधार कर सकता है और आपके वजन घटाने की क्षमता को बढ़ा सकता है। इसमें विटामिन और खनिज हैं, जो वज़न घटाने में मदद कर सकते हैं। अमीनो एसिड, एंजाइम से समृद्ध, एलोवेरा के अवशोषण और उपयोग में भी सुधार करता है, जिससे समग्र स्वास्थ्य में सुधार होता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
किसी भी बीमारी से लड़ने या फिर उसको जल्दी दूर करने के लिए आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना बहुत जरूरी है| एलोवेरा शरीर में इम्यून बूस्टर का काम करता है। जिससे शरीर रोगों के खिलाफ लड़ाई में मजबूत होता है।
गठिया के दर्द को कम करता है
एलोवेरा अपने अद्भुत अनुत्तेजक गुणों के लिए उपयोग किया जाता है, जो गठिया के परिणामस्वरूप दर्द और सूजन पर तुरंत काम करते हैं। इसका रस सूजन को शांत करने में बेहद प्रभावी है जो गठिया की स्थिति के साथ निकटता से जुड़ा हुआ है। वास्तव में सूजन या एलोवेरा का रस पीने पर सामयिक अनुप्रयोग दोनों गठिया के दर्द को ठीक करने में सकारात्मक परिणाम दिखाते हैं।