FIFA World Cup 2018, Group A: मेजबान रूस के 'ग्रुप-ए' में नजरें उरूग्वे और मिस्र के स्टार मोहम्मद सालाह पर
By अभिषेक पाण्डेय | Published: June 10, 2018 05:53 PM2018-06-10T17:53:24+5:302018-06-10T18:02:28+5:30
FIFA World Cup, Group A: फीफा वर्ल्ड कप के ग्रुप ए में मेजबान रूस के साथ उरूग्वे, सऊदी अरब और मिस्र की टीमें हैं
नई दिल्ली, 10 जून: फुटबॉल के सबसे बड़े महाकुंभ के लिए मैदान सज चुका है। फीफा 2018 का आयोजन रूस में 14 जून से 15 जुलाई तक किया जाएगा। मेजबान रूस को इस वर्ल्ड कप में ग्रुप-ए में सऊदी अरब, मिस्र और उरूग्वे के साथ रखा गया है। रूस को इस वर्ल्ड कप के सबसे कमजोर माने जा रहे ग्रुप ए में रखा गया है। हालांकि खुद रूस की रैंकिंग वर्ल्ड कप में हिस्सा ले रही सभी 32 टीमों में सबसे कम है। इस ग्रुप में सबसे बेहतरीन रैंक वाली टीम उरूग्वे है और वही अगले दौर में जाने की प्रबल दावेदार भी है।
ग्रुप-ए में शामिल टीमें: रूस, सऊदी अरब, मिस्र, उरूग्वे
1.रूस (रैंकिंगः 70): मेजबान रूस के लिए वर्ल्ड कप की यात्रा आसान नहीं रही है। रूस ने अपने पिछले तीन बड़े टूर्नामेंटों 2014 के वर्ल्ड कप, 2016 के यूरोपियन चैंपियनशिप और 2017 के कंफेडरेशन कप में सिर्फ एक जीत हासिल की है, जबकि उसे पांच हार का सामना करना पड़ा। भले ही रूस की टीम इस बार के सबसे आसान ग्रुप में है लेकिन उसके लिए सबसे बड़ी चुनौती पहले राउंड से आगे बढ़ने की है। रूस अपना पहला मैच 67वीं रैंक वाले सऊदी अरब से 14 जून को खेलेगा। अब तक सिर्फ एक बार ऐसा हुआ है जब मेजबान देश पहले राउंड से आगे नहीं बढ़ा है। ऐसा खराब रिकॉर्ड 2010 के वर्ल्ड कप के दौरान दक्षिण अफ्रीका के नाम जुड़ा था। रूस की टीम हाल के दिनों में खेले गए दोस्ताना मैचों में फ्रांस, जर्मनी और ब्राजील से हार चुकी है।
स्टार खिलाड़ी, इगोर अकीनफीव (सीएके मास्को): रूस के कप्तान और गोलकीपर इगोर अकीनफीव। हालांकि उन्हें बड़े मैचों में गलती करने की आदत है।
कोच, स्टैनिसलाव चेरचेसोव: इस वर्ल्ड कप में रूस की कोचिंग की कमान चेरचेसोव के हाथों में होगी। (
2.मिस्र (रैंकिंग: 45): मिस्र की टीम आखिरी बार 28 साल पहले 1990 में फीफा वर्ल्ड कप खेली थी। मिस्र की सारी उम्मीदें उसके स्टार स्ट्राइकर लीवरवूल के लिए खेलने वाले मोहम्मद सालाह पर टिकी होंगी। हालांकि सालाह को पिछले महीने चैंपियंस लीग फाइनल के दौरान कंधे में चोट लग गई थी लेकिन माना जा रहा है कि वह वर्ल्ड कप तक फिट हो जाएंगे। सालाह ने अकेले दम पर मिस्र को वर्ल्ड कप में जगह दिलाई है। मिस्र को ग्रुप-ए में रूस, सऊदी अरब और उरूग्वे के साथ अपेक्षाकृत आसान ग्रुप मिला है, लेकिन उसका पहला मैच उरूग्वे के साथ होगा।
स्टार खिलाड़ी, मोहम्मद सालाह: लीवरपूल के लिए खेलते हुए इस सीजन में सालाह ने अपनी गोल दागने की क्षमता से पूरी दुनिया को हैरान किया है। मिस्र की उम्मीदें सालाह के इर्द-गिर्द होंगी। (पढ़ें: FIFA World Cup 2018: मिलिए मिस्र की 'गोल मशीन' मोहम्मद सालाह से, जिन पर रहेंगी दुनिया की निगाहें)
कोच, हेक्टर कूपर: मिस्र के कोच 62 वर्षीय हेक्टर कूपर हैं। हालांकि कूपर की पहले रक्षात्मक खेल और आक्रमण की रणनीति की आलोचना होती रही है लेकिन ये कामयाब रही है।
3.उरूग्वे (रैंकिंग: 14): दो बार का चैंपियन उरूग्वे ग्रुप-ए से अगले दौर में पहुंचने का प्रबल दावेदार है। उरूग्वे के पास डिएगो गोडिन जैसे डिफेंडर और लुईस सुआरेज और एडिनसन कवानी जैसे खतरनाक स्ट्राइकर हैं। उरूग्वे की टीम 2010 के वर्ल्ड कप में सुआरेज और डिएगो फोरलान की जोड़ी की बदौलत सेमीफाइनल तक पहुंची थी, जहां उसे नीदरलैंड्स से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि 2014 के वर्ल्ड कप में सुआरेज पर इटली के चिलानी को काटने के लिए बैन कर दिया गया था। इस वजह से उरूग्वे की टीम अंतिम-16 से आगे नहीं बढ़ पाई थी। (पढ़ें: आखिर 1950 में भारत क्यों हटा था फीफा वर्ल्ड कप खेलने से पीछे? 68 साल बाद भी 'अंतहीन' बहस जारी)
स्टार खिलाड़ी, एडिनसन कवानी: कवानी ने वर्ल्ड कप क्वॉलिफायर में उरूग्वे के लिए 18 मैचों में 10 गोल दागे थे। उन्हें लुईस सुआरेज से भी ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है।
कोच, ऑस्कर तबारेज: 70 वर्षीय तबारेज लगातार उरूग्वे को चौथे वर्ल्ड कप में कोचिंग देंगे। वह लगातार तीन वर्ल्ड कप में उरूग्वे के कोच रह चुके हैं।
4. सऊदी अरब (रैंकिंग: 67): सऊदी अरब की टीम 2006 के बाद से पहली बार वर्ल्ड कप के लिए क्वॉलिफाई करने में सफल रही है। 1994 से 2006 तक लगातार चार वर्ल्ड कप खेलने के बाद वह 2010 और 2014 में वर्ल्ड कप के लिए क्वॉलिफाई नहीं कर पाई थी। सऊदी अरब की टीम 1994 में बेल्जियम को हराने के बाद से फीफा वर्ल्ड कप में एक भी मैच नहीं जीत पाई है। नए कोच जुआन एंटोनिया पिज्जी के ऊपर टीम के अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से आगे ले जाने की चुनौती होगी, जो उसने 1994 के वर्ल्ड कप में दूसरे दौर में पहुंचकर हासिल किया था। (पढ़ें: FIFA World Cup: इन 12 स्टेडियम में खेले जाएंगे मैच, जानें कितनी लागत से बना और कितनी है क्षमता)
स्टार खिलाड़ी, मोहम्मद अल-सहालवी (अल-नासिर): इस 30 वर्षीय स्ट्राइकर ने क्वॉलिफाइंग में 16 गोल दागते हुए सऊदी अरब को वर्ल्ड कप में पहुंचाने में अहम रोल निभाया।
कोच: जुआन एंटोनियो पिज्जी।