जेएनयू फीस विवाद: 3 महीने से चल रहा है आंदोलन, प्रशासन ने शिक्षकों कक्षाएं बहाल करने को कहा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 13, 2020 02:28 PM2020-01-13T14:28:15+5:302020-01-13T14:28:29+5:30
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में फीस बढ़ोतरी के खिलाफ पिछले तीन महीने से आंदोलन चल रहा है. 5 जनवरी को जेएनयू में जमकर हिंसा भी हुई थी.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) प्रशासन ने सोमवार को शिक्षकों को एक परामर्श जारी कर छात्रों के हित में कक्षाएं बहाल करने को कहा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि यह परामर्श जेएनयू शिक्षक संघ के दो पदाधिकारियों के ‘असहयोग योजना’ की घोषणा के बाद जारी किया गया। विश्वविद्यालय ने परामर्श में आरोप लगाया, ‘असहयोग योजना’ की घोषणा ना केवल प्रशासन के परिसर में सामान्य स्थिति तथा शैक्षणिक गतिविधियों को बहाल करने के प्रयास के खिलाफ है बल्कि विश्वविद्यालय की सामान्य कामकाज को बाधित करने की जेएनयू शिक्षक संघ की मंशा को भी दर्शाता है।’
उसने कहा कि हजारों छात्र 2020 शीतकालीन सेमेस्टर के लिए पंजीकरण करा चुके हैं और अन्य पंजीकरण करा रहे हैं। परामर्श में कहा, ‘सभी संकाय सदस्यों को छात्र समुदाय के हित में कक्षाएं और अन्य शैक्षणिक गतिविधियां बहाल करने का सुझाव दिया जाता है।’
जेएनयू छात्र संघ के पदाधिकारियों के अनुसार, ‘‘असहयोग कार्य योजना पर जेएनयू छात्र संघ जीबीएम के संकल्प का तात्पर्य है कि हम 10 जनवरी, 2020 को जारी किए गए दो परिपत्रों का अनुपालन करने से इनकार करते हैं, जिसमें शिक्षकों को पंजीकरण के लिए अपने कार्यालयों में उपस्थित होने और 13 जनवरी 2020 से कक्षाएं और अन्य प्रासंगिक शैक्षणिक गतिविधियां शुरू करने तथा उसी के लिए टाइम-टेबल अपलोड करने के लिए कहा गया है।’’ जेएनयू छात्र संघ ने सभी सहकर्मियों से आम सभा के सभी निर्णय मानने की अपील की है।