कोलकता, 4 जुलाई: पश्चिम बंगाल में पिछले कुछ दिनों में दो बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या हुई थी। ताजा मामला मुर्शिदाबाद जिले का है। जहां सोमवार ( 2 जुलाई) 54 साल के बीजेपी कार्यकर्ता धर्मराज हजरा का शव शक्तिपुर गांव में एक तालाब में तैरता हुआ मिला। शव को जब बाहर निकाला गया तो धर्मराज हजरा का हाथ-पैर रस्सी से बंधे हुए थे।
मामले में पुलिस का कहना है कि उन्होंने शिकायत दर्ज कर ली है। मामले की जांच शुरू कर दी है। एक महीने पहले पुरूलिया जिले में भी दो बीजेपी कार्यकर्ताओं की मौत का मामला सामने आया था।
राज्य के ईकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ट्वीट करते इस घटना पर खेद प्रक्रट किया है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, तृणमूल ने फिर मानवता को शर्मसार किया है। बीजेपी कार्यकर्ता की फिर से बेहद जघन्य तरीके से हत्या कर दी गई। ममता के शासनकाल में पश्चिम बंगाल हिंसा और निर्दयता का केंद्र बन गया है। दुख के इस वक्त में बीजेपी मृतक परिजन के साथ है।'
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इस घटना को लेकर बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस पर एक बार फिर निशाना साधा है। हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी के जिलाध्यक्ष गौरी शंकर घोष ने कहा है कहा है कि वे राज्य में भारतीय जनता पार्टी के बढ़ते प्रभाव को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे। घोष ने आरोप लगाया, हजरा भारतीय जनता पार्टी के 56 शक्तिपुर मंडल कमिटी के सदस्य थे। पंचायत चुनाव में बीजेपी को समर्थन देने की वजह से उन्हें तृणमूल समर्थित गुंडों से धमकियां मिल रही थी। रविवार को उन लोगों ने उनकी हत्या कर दी और उनका शव तालाब में डाल दिया।' वहीं, शक्तिपुर से तृणमूल विधायक रबीउल आलम चौधरी ने कहा कि उनकी पार्टी के किसी भी कार्यकर्ता का इस घटना से संबंध नहीं है।
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