लखनऊ: उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर के लालपुर क्षेत्र में स्थित हुकुलगंज से एक चौंकाने वाली घटना सामने आ रही है, जहां लड़कियों के एक ग्रप ने बुलेट चालक को देर रात जमकर पीटा। इतना ही नहीं सभी ने गाड़ी तोड़ने की पूरी कोशिश भी की। हालांकि, यह कहानी तब शुरू होती है जब चलती कार से जा रही महिलाओं को एक व्यक्ति छेड़ देता है। इतने में क्या था लड़िकयों को भी गुस्सा आ गया और वो उस पर टूट पड़ी। गौरतलब है कि उन्होंने मामले को हाथ में ले लिया।
फ्रंट न्यूज नेटवर्क की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना 30 और 31 अगस्त की आधी रात को हुई। पुरुष द्वारा छेड़छाड़ किए जाने के बाद महिलाएं लगभग 1 बजकर 25 मिनट पर अपनी कार से बाहर निकलीं और थप्पड़ों से उस पर शारीरिक हमला करने से पहले मौखिक रूप से गाली-गलौज करने लगीं। इतना ही नहीं, उन लड़कियों ने छेड़कानी करने वाले को दूर तक दौड़ाया। उनका गुस्सा इतने पर नहीं समाप्त हुआ, उन्होंने बुलेट को भी तोड़ने की कोशिश की।
लालपुर इलाके में सिद्धेश्वरी माता मंदिर के पास हुई पूरी घटना को एक राहगीर ने कैमरे में कैद कर लिया। जब महिलाएं उस व्यक्ति पर हमला कर रही थीं, तो वे उससे पूछ रही थीं कि उसने उन्हें गाली देने और छूने की हिम्मत कैसे की। इस टकराव को झेलने में असमर्थ, व्यक्ति अपनी बुलेट मोटरसाइकिल छोड़कर एक अंधेरी गली में भाग गया।
गुस्साई महिलाएं यहीं नहीं रुकीं, उन्होंने उसकी मोटरसाइकिल को लात मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया, अंततः उसे जमीन पर गिरा दिया। इस वीडियो ने ऑनलाइन चर्चाओं को जन्म दिया है, जिससे घटना और पुरुष के कथित व्यवहार पर महिलाओं की प्रतिक्रिया की ओर ध्यान आकर्षित हुआ है। स्थानीय अधिकारियों ने इस विवाद के बाद की गई किसी भी कानूनी कार्रवाई पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है।
इस बीच हाल में एक अन्य घटना में, इंदौर में एक महिला पर अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान नगर निगम के एक कर्मचारी को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के बाद सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज किया गया। यह घटना 22 अगस्त को मेघदूत चौपाटी पर हुई और तब से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वीडियो में महिला, जिसकी पहचान ऋषिका अर्गल के रूप में हुई है, नगर निगम की टीम से बहस करती हुई दिखाई दे रही है, जो यातायात में बाधा डाल रहे अवैध रूप से कब्जाए गए स्टॉल को हटाने की कोशिश कर रही थी।