शराब के नशे में अपने पांच साल के मासूम बेटे को बेल्ट से पीट-पीटकर मार डाला फिर पिता ने जहर खाया
By भाषा | Published: June 17, 2020 02:19 PM2020-06-17T14:19:04+5:302020-06-17T14:19:04+5:30
शराब के कारण आदमी क्या के क्या कर जाता है। शराब पीकर घर पहुंचा और पत्नी से झगड़ा करने लगा। इतने में छोटा बच्चा मां से लिपट गया और पिता ने मासूम की जान ले ली। खुद भी जहर खाकर खा लिया।
फतेहपुरः जिले के जहानाबाद थाना क्षेत्र के घनश्यामपुर गांव में एक व्यक्ति ने शराब के नशे में अपने पांच साल के मासूम बेटे की कथित रूप से बेल्ट से पीट-पीटकर हत्या करने के बाद जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की।
पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर इलाज के लिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया है। जहानाबाद थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) सन्तोष शर्मा ने बुधवार को बताया, ‘‘सोमवार की रात घनश्यामपुर गांव में रामबहादुर पटेल (32) शराब के नशे में घर लौटा और अपनी पत्नी राधा के साथ मारपीट करने लगा। इसी दौरान उसका पांच साल का बेटा आयुष अपनी मां को बचाने के लिए उससे लिपट गया।’’
उन्होंने बताया,‘‘रामबहादुर अपने बेटे को घसीटकर एक कमरे में ले गया और वहां उसकी बेल्ट से पिटाई की, जिससे गले और सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौत हो गयी।’’ शर्मा ने बताया,‘‘ मासूम बेटे की मौत के बाद रामबहादुर ने कोई जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की कोशिश की।
उसके पिता सर्वेश पटेल की सूचना पर गांव पहुंची पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया गया और गंभीर हालत में इलाज के लिए उसे जिले की सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।’’ उन्होंने बताया कि शव का पोस्टमॉर्टम करवाया गया है। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद रामबहादुर को सक्षम न्यायालय के सामने पेश किया जाएगा।
आर्थिक तंगी से परेशान मजदूर ने फांसी लगाई
बांदा जिले के अतर्रा थाना क्षेत्र के उरइहा पुरवा गांव में कथित रूप से आर्थिक तंगी से परेशान होकर मंगलवार को एक मजदूर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अतर्रा थाना के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) रवींद्र तिवारी ने बुधवार को बताया कि मंगलवार सुबह उरइहा पुरवा गांव में बिसंडा थाना क्षेत्र के तकुली (हस्तम) गांव के रहने वाले युवक रामकेश (20) ने खेत की मेड़ में लगे बेर के पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
उन्होंने मृतक के भाई रामअवतार के हवाले से बताया, " रामकेश अपनी दो मौसेरी बहनों की शादी समारोह में शामिल होने उरइहा पुरवा गांव आया था, और शादी में नेग न दे पाने और अच्छे कपड़े न होने की आत्मग्लानि के चलते उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।" परिजन के हवाले से तिवारी ने बताया कि वह पंजाब में मजदूरी करता था और एक माह पहले ही घर लौटा था।"
मृतक के भाई रामअवतार ने पुलिस को बताया कि परिवार के ऊपर करीब डेढ़ लाख रुपये का कर्ज है, इसी की अदायगी के लिए पैसे कमाने वह पंजाब गया था, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के चलते हुए लॉकडाउन से काम बंद हो गया और वह गांव लौट आया था।