एक बार फिर से कैब सर्विस 'उबर' के ड्राइवर ने महिला के साथ बदतमीजी की है। 'उबर' के ड्राइवर ने एक महिला पत्रकार से छेड़छाड़ किया है। पत्रकार जानकी दवे ने इस घटना को फेसबुक पर शेयर करते हुए लिखा है- "मुझे दिल्ली में हमेशा ही शांति मिली है लेकिन ये पांच मिनट मेरे दिमाग से कभी नहीं जाएगा। देर से ही सही दिल्ली ने मुझे सबक सिखा दिया है। जिसे मैं याद रखना नहीं चाहूंगी। मेरी फ्लाइट रात के साढ़े आठ बजे थी। लेकिन मैं दो घंटे जाम में फंसी रही। मैं लेट थी और मुझे पता था कि मैं फ्लाइट पकड़ नहीं पाऊंगी। 7:32 बजे मैंने कैब ड्राइवर को बहुत आराम से कहा कि क्या वो मुझे वापस नोएडा छोड़ सकते हैं? उसके माना करते ही मैंने कहा कि मुझे टर्मिनल-3 पर छोड़ दो। लेकिन ड्राइवर तब तक इरिटेट हो चुका था और मुझे बिल्कुल नहीं पता था कि अगले पांच मिनट में मेरे साथ क्या होने वाला है।"
वह आगे लिखती हैं, "ड्राइवर ने कार एयरपोर्ट की तरफ ना मोड़कर यू-टर्न लेकर फ्लाईओवर के नीचे खड़ी कर दी। इसके बाद ड्राइवर ने गाड़ी वसंत एनक्लेव के पास ले गया। वहां उसने मेरा सामान गाड़ी से बाहर फेंकना शुरू कर दिया। उसने मेरा लैपटॉप भी फेंक दिया। मैंने ने ड्राइवर को रोकने की कोशिश की, लेकिन उसके बाद वह और भी खौफनाक हो गया। धीरज नाम के उस ड्राइवर ने मुझे गालियां देते हुए शारीरिक उत्पीड़न की धमकी दी।ड्राइवर ने कहा, मार डालूंगा, लड़की है, संभलकर रह। जानकी लिखती हैं उस समय करीब 15 लोग वहां थे, लेकिन कोई कुछ नहीं बोला।'
जानकी दवे ने कैब कंपनी के पास इस मामले की शिकायत की है, फिलहाल कैब ड्राइवर पर कोई एक्शन नहीं लिया गया है। हालांकि ये 'उबर' कंपनी की तरफ से बदतमीजी का ये कोई पहला मामला नहीं है।
पिछले साल ही जुलाई में इंडिया टुडे ग्रुप की महिला पत्रकार अनन्या भट्टाचार्य के साथ 'उबर' कैब के ड्राइवर ने बदतमीजी की थी। पत्रकार का कहना है कि कैब के ड्राइवर ने ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर एक सुनसान इलाके में अचानक गाड़ी रोक दी और अपने दोस्तों को फोन करने लगा। दूर-दूर तक कोई नजर नहीं आ रहा था। वो घबरा गई। मदद के लिए उबर से शिकायत की तो कंपनी ने आठ घंटे बाद जवाब दिया।