कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी सहयोगी और तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 2020 के पशु तस्करी मामले में गिरफ्तार किया है। उन्हें गुरुवार 11 अगस्त को बीरभूम जिले में उनके आवास से गिरफ्तार किया गया। मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई की टीम गुरुवार की सुबह बीरभूम जिले में उनके बोलपुर स्थित आवास पर पहुंची। सीबीआई ने अनुब्रत मंडल से डेढ़ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की और फिर गिरफ्तार कर लिया। जल्द ही उनका मेडिकल परीक्षण किया जाएगा। अनुब्रत मंडल को सीबीआई जल्द ही आसनसोल अदालत में पेश कर सकती है। गिरफ्तारी के समय अनुब्रत मंडल के घर के बाहर भारी भीड़ भी जमा हो गई थी।
सीबीआई ने 2020 के पशु तस्करी मामले में पूछताछ के लिए अनुब्रत मंडल को 10 बार तलब किया था लेकिन वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। अनुब्रत मंडल बार-बार स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का हवाला देते हुए पेश नहीं हुए। पशु तस्करी मामले की जांच के तहत केंद्रीय एजेंसी इससे पहले उनसे दो बार पूछताछ कर चुकी है। सीबीआई के अनुसार 2015 और 2017 के बीच सीमा सुरक्षा बल द्वारा 20,000 से अधिक मवेशी जब्त किए गए थे क्योंकि उनकी सीमा पार से तस्करी की जा रही थी। 2020 में सीबीआई द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पशु तस्करी घोटाला मामले में अनुब्रत मंडल नाम सामने आया। पशु तस्करी मामले में सीबीआई ने हाल के दिनों में बीरभूम जिले के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की है। जांच एजेंसी ने मंडल के अंगरक्षक सहगल हुसैन को भी गिरफ्तार किया है।
अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी पर तृणमूल कांग्रेस के नेता मदन मित्रा ने कहा, "मुझे आज पता चला कि अनुब्रत मंडल को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। यह एक संवेदनशील मामला है। केवल (पार्टी) प्रवक्ता टिप्पणी करने के लिए अधिकृत हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि भ्रष्टाचार का समर्थन नहीं किया जाएगा। पार्थ चटर्जी को बाहर भी कर दिया गया है इससे साबित होता है कि पार्टी भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करेगी।"
बता दें कि शिक्षा विभाग में हुए भ्रष्टाचार में पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद पश्चिम बंगाल केंद्रीय एजेंसियों द्वारा की गई यह दूसरी बड़ी गिरफ्तारी है।