नई दिल्ली: 400 चार्टर्ड एकाउंटेंट्स (Chartered Accountants) और कंपनी सचिवों (Company Secretaries) के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होने की बात सामने आई है। इनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए केन्द्र सरकार ने शिफारिश की है। जानकारी के अनुसार, इन चार्टर्ड एकाउंटेंट्स और कंपनी के सचिवों पर यह आरोप है कि वे सभी मेट्रों शहरों में सरकारी नियमों को अनदेखी कर चाइनीज सेल कंपनियों (Chinese Shell Companies) के साथ जुड़े हुए थे और उनके साथ काम कर रहे थे।
द हिंदू की एक खबर के मुताबिक, यह कार्रवाई 2020 की गलवान घटना के बाद उठाए गए सरकारी कदम का एक हिस्सा है जिसके तहत चीन और चीनी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। आपको बता दें कि इससे पहले गलवान में चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा भारतीय सेना के साथ झड़प हुई थी जिसके बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव के हालात पैदा हो गए है।
वित्तीय खुफिया एजेंसी द्वारा जमा की गई है जानकारी
इस पर बोलते हुए एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि इन इन चार्टर्ड एकाउंटेंट्स और कंपनी के सचिवों पर यह आरोप है कि ये नियम कानून को ताक पर रख कर बड़ी संख्या में चीनी-स्वामित्व वाली या चीन संचालित शेल कंपनियों को शामिल करने में मदद की थी। इस पर कार्रवाई करने से पहले पिछले दो महीने से इन्पुट जमा किया जा रहा था। इसके लिए कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) ने कार्रवाई के लिए शिफारिश की है। ऐसे में इन पर कार्रवाई शुरू की जा चुकी है।
ICAI को मिली है चीनी कंपनियों से मिलीभगत की खबर
मामले में भारतीय चार्टर्ड एकाउंटेंट्स संस्थान (ICAI) ने कहा है कि उसे इस बात की खबर मिली है कि देश के अलग रजिस्ट्रार कार्यालयों से चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की चीनी कंपनियों के साथ मिलीभगत है। इस खबर के आधार पर और प्राप्त जानकारी के तहत सभी आरोपित चार्टर्ड एकाउंटेंट्स और कंपनी के सचिवों पर कार्रवाई की जा रही है। हालांकि इस मामले में इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (ICSI) के तरफ से अभी तक कोई बयान सामने नहीं आया है।
आपको बता दें कि टेलीकॉम, फिनटेक और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में काम करने वाले चीनी कंपनियों पर कर चोरी और अन्य मामले के आरोप में पिछले साल आयकर अधिकारियों ने छापा मारा था जिसमें कुछ गिरफ्तारी भी हुई है।