श्रावणी मेलाः सीवान के महेंद्रनाथ मंदिर में भगदड़, 2 महिलाएं सहित तीन लोगों की मौत, दर्जनों घायल
By एस पी सिन्हा | Published: July 18, 2022 03:25 PM2022-07-18T15:25:16+5:302022-07-18T15:26:31+5:30
Shravani Mela: सावन की पहली सोमवारी को लेकर रात के 12 बजे के बाद गेट खोलने की तैयारी थी. जिसके कारण रात से ही यहां पर भक्तों का आना शुरू हो गया था. लेकिन मंदिर प्रबंधकों ने मंदिर का मुख्य गेट लगभग साढे़ तीन बजे खोला.
पटनाः बिहार के सीवान जिले के सिसवन प्रखंड में स्थित महेंद्रनाथ मंदिर में आज सावन की पहली सोमवारी पर भगदड़ में दबने से 3 लोगों की मौत हो गई. इसमें 2 महिलाएं और एक युवक शामिल है. मरने वाला युवक निकेश प्रसाद उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के सुंदरपुर का रहने वाला है.
मृत महिला का नाम लीलावती देवी बताया जा रहा है जो प्रतापपुर के निवासी हैं. वहीं दूसरी महिला की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है. जबकि कई लोगों के घायल होने की सूचना है. बताया जा रहा है कि भगदड के दौरान कुछ लोग तालाब में कूद गए थे. जिससे युवक की डूबने से मौत हो गई. वहीं एक घायल महिला का इलाज चल रहा है.
घटना के पीछे सुरक्षा के व्यापक प्रबंध नहीं होने के बात भी सामने आ रही है. बताया जाता है कि मंदिर में सावन की पहली सोमवारी को लेकर रात के 12 बजे के बाद गेट खोलने की तैयारी थी. जिसके कारण रात से ही यहां पर भक्तों का आना शुरू हो गया था. लेकिन मंदिर प्रबंधकों ने मंदिर का मुख्य गेट लगभग साढे़ तीन बजे खोला.
वहीं मंदिर के अंदर का मुख्य गेट भी देरी से खुला. जिसके कारण पहले जलाभिषेक करने की जल्दबाजी में सैंकड़ों लोग एक साथ मंदिर के अंदर घुसने की कोशिश करने लगे. जिसमें मंदिर के अंदर जुटी इतनी भीड़ में दबकर दो महिलाओं की मौत हो गई. वहीं कई लोगों के घायल होने की बात भी सामने आई है.
इसबीच पुलिस प्रशासन का कहना है कि हादसे में 6 लोग घायल हैं. इसमें 3 महिला और 3 पुरुष शामिल हैं. इनका इलाज सीवान सदर अस्पताल में चल रहा है. लेकिन वहां मौजूद लोगों ने बताया कि इसमें 24 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. हादसा रात करीब 2 बजे हुआ.
लोगों ने बताया कि पुलिस और प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं थी. पुलिस अगर लाठीचार्ज नहीं करती, लोगों को समझाती तो हालात इतने नहीं बिगड़ते. घायलों के इलाज की भी कोई व्यवस्था नहीं थी. लोग अपने अपनों को लेकर इधर-उधर भाग रहे थे.