दिल्ली पुलिस ने सोमवार (पाँच फरवरी) को पांच साल के मासूम को किडनैपर के चंगुल से सुरक्षित बचा लिया है। 25 जनवरी को बदमाशों ने बच्चे का अपहरण कर लिया था। मुठभेड़ में एक आरोपी की मौत हो गई जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है। घायल किडनैपर को जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। क्राइम ब्रांच के ज्वॉइंट पुलिस कमिश्नर अलोक कुमार ने बच्चे के सुरक्षित बचा लिए जाने की पुष्टि की है।
पाँच साल के मासूम को 25 जनवरी को शाहदरा इलाके में किडनैप कर लिया था। गणतंत्र दिवस, आसियान समिट और पद्मावत के विरोध में प्रदर्शन की वजह से दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे। इसके बावजूद बेखौफ बदमाशों ने स्कूल बस को रुकवाया। ड्राइवर के पैर में गोली मारकर घायल कर दिया। पांच साल के मासूम को किडनैप किया और फरार हो गए।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले की शुरुआती जांच शाहदरा पुलिस ने शुरू की थी। लेकिन घटना के दो दिन बाद मासूम के पिता को एक कॉल आई। इसमें बच्चे की आजादी के एवज में 70 लाख रुपये फिरौती की मांग की गई थी। दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनाइक ने इस केस को शहादरा पुलिस से क्राइम ब्रांच के पास ट्रांसफर कर दिया था। क्राइम ब्रांच ने इस मामले से जुड़े सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले और किडनैपर को ट्रैक करना शुरू कर दिया।
पुलिस के मुताबिक रवि और नितिन नाम के आरोपियों ने एक किराए का कमरा लिया था। मासूम को वहीं किडनैप कर रखा था। पिता से पैसे की डील होने के बाद उन्होंने अपने एक सहयोगी को पैसे लेने के लिए भेजा। जिसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने किडनैपर के फ्लैट का खुलासा कर दिया। किडनैपर के ठिकाने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने एक जाल बुना और उन्हें फंसा लिया।
पुलिस ने लोनी बॉर्डर इलाके में स्थित आरोपियों के फ्लैट को घेर लिया। पुलिस से घिरा देख आरोपी रवि ने गोली चला दी। जवाबी कार्रवाई में रवि को भी गोली लगी और उसकी मौत हो गई। नितिन ने भी दो फायर किए जो पुलिस वाले को लग गए। सौभाग्य से उन्होंने बुलेट प्रूफ जैकेट पहन रखी थी। जवाबी कार्रवाई में नितिन भी घायल हो गया। जीटीबी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। बच्चे को सुरक्षित बचा लिया गया है।