सहारनपुरः सहारनपुर जिले के मिर्जापुर थानाक्षेत्र में पुलिस ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) महमूद अली और उनके भतीजों के खिलाफ नौकरी का झांसा देकर कथित तौर पर एक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने को लेकर मामला दर्ज किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सूरज राय ने बताया कि बृहस्पतिवार की देर शाम दिल्ली की एक युवती ने कथित खनन माफिया बसपा के पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के भाई पूर्व एमएलसी महमूद अली और हाजी के दो बेटों के विरुद्ध मिर्जापुर थाने में नौकरी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी।
उन्होंने बताया कि तहरीर के आधार पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है और शुक्रवार को पीड़िता का बयान अदालत में दर्ज कराया गया है। अधिकारी ने बताया कि पीडिता ने आरोप लगाया है कि मार्च 2022 में उसे नौकरी देने के नाम पर हाजी इकबाल की ग्लोकल यूनिवर्सिटी बुलाया गया था।
शिकायतकर्ता के अनुसार यहीं के सैफ नामक एक युवक के कहने पर वह दिल्ली से यहां आ गई और युवक ने उसकी मुलाकात महमूद अली और हाजी इकबाल के पुत्रों वाजिद ओर जावेद से कराई। तहरीर के मुताबिक इन आरोपियों ने नौकरी का झांसा देकर रात को ग्लोकल यूनिवर्सिटी में ही रुकने को कहा, जहां महमूद अली, जावेद, वाजिद और सैफ ने उससे सामूहिक दुष्कर्म किया।
पीड़िता ने तहरीर में यह भी कहा है कि वह आरोपियों के चुगंल से किसी तरह छूटकर भागी थी और डर के कारण अभी तक चुप थी। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी हाजी इकबाल के पुत्रों और भाइयों पर दुष्कर्म के चार मामले दर्ज हो चुके हैं।
मिर्जापुर की 16 वर्षीय एक किशोरी ने 23 जनवरी 2022 को थाने में तहरीर देकर हाजी इकबाल पर भी दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। राय ने बताया कि हाजी इकबाल पिछले काफी समय से फरार चल रहा है जबकि उसका भाई ओर चारों बेटे जेल में है। हाजी इकबाल पर पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम भी रखा है।