बिहार पुलिस के प्रयास के बाद भी पकड़ में नहीं आ रहे हैं RJD विधायक अरुण यादव, लालू यादव के करीबियों में से एक हैं MLA, आठ महीने से हैं फरार

By एस पी सिन्हा | Published: May 13, 2020 02:59 PM2020-05-13T14:59:18+5:302020-05-13T15:05:45+5:30

कोरोना संकट की महामारी के बीच भोजपुर पुलिस नाबालिग से रेप के आरोपी राजद विधायक अरुण यादव को पकड़ने पहुंची. कोर्ट से फरार घोषित राजद विधायक इसबार भी भोजपुर पुलिस के हाथ नहीं लगे. जिस राजद विधायक के पीछे आज भोजपुर पुलिस का पूरा अमला लगा हुआ है. उनके ऊपर एक नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार करने का आरोप लगा है.

RJD MLA Arun Yadav absconding for eight months, Lalu Yadav's close friends | बिहार पुलिस के प्रयास के बाद भी पकड़ में नहीं आ रहे हैं RJD विधायक अरुण यादव, लालू यादव के करीबियों में से एक हैं MLA, आठ महीने से हैं फरार

देह व्‍यापार व दुष्‍कर्म के एक मामले में बीते छह सितंबर 2019 को पीड़ित लडकी के कोर्ट में दर्ज बयान व पुलिस अनुसंधान में बिहार के संदेश के राजद विधायक अरुण यादव का नाम आया था.

Highlightsबिहार में राजद विधायक अरूण यादव पिछले आठ महीने से फरार चल रहे हैंअरुण यादव पर पटना में देह व्‍यापार व दुष्‍कर्म कांड से संबंधित मामला दर्ज है.

पटना: बिहार में राजद विधायक अरूण यादव पिछले आठ महीने से फरार चल रहे हैं, लेकिन बिहार पुलिस उन्हें ढूंढ नही पा रही है. इसे बिहार पुलिस की कार्यशैली कहें या फिर विधायक की पहुंच. विधायक तक पहुंचना पुलिस के लिए एक चुनौती बना हुआ है. अरुण यादव पर पटना में देह व्‍यापार व दुष्‍कर्म कांड से संबंधित मामला दर्ज है. इस मामले में वे 13 सितंबर 2019 को कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद आठ महीने से फरार चल रहे हैं. उन्हें राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव का काफी करीबी माना जाता है. 

कोरोना संकट की महामारी के बीच भोजपुर पुलिस नाबालिग से रेप के आरोपी राजद विधायक अरुण यादव को पकड़ने पहुंची. कोर्ट से फरार घोषित राजद विधायक इसबार भी भोजपुर पुलिस के हाथ नहीं लगे. जिस राजद विधायक के पीछे आज भोजपुर पुलिस का पूरा अमला लगा हुआ है. उनके ऊपर एक नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार करने का आरोप लगा है. यह विधायक आठ महीनों से पुलिस के साथ चूहे-बिल्ली का खेल, खेल रहे हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने भोजपुर के गडहनी थाना के अगिआंव स्थित उनके आवास पर छापेमारी की. पुलिस को सूचना मिली थी कि विधायक वहां भूमिगत हैं. हालांकि, विधायक वहां नहीं मिले.

राजद विधायक के घर पर कुर्की जब्‍ती की कार्रवाई हो चुकी है. बाद में अचल संपत्ति को भी जब्त करने की कार्रवाई हुई. इसके बावजूद विधायक ने सरेंडर नहीं किया है. बताया जाता है कि भोजपुर के एसपी सुशील कुमार को सूचना मिली थी कि विधायक अरुण यादव अगिआंव स्थित अपनी पत्नी के आवास पर आकर चोरी-छिपे रह रहे हैं. इसके बाद बीती रात आरा सदर एसडीपीओ अजय कुमार, पीरो एसडीपीओ अशोक आजाद और जगदीशपुर एसडीपीओ श्याम किशोर रंजन के नेतृत्व में पुलिस टीम छापेमारी के लिए पहुंची थी. एसपी ने बताया कि फरार विधायक को पकडने के लिए पुलिस ने अंधेरे में छापेमारी की. आलिशान बंगले में तकरीबन सुबह साढे 6 बजे तक ढाई घंटे तक लगातार छापेमारी चली. लेकिन इस बार भी विधायक पुलिस के गिरफ्त से बाहर रहे. 

प्राप्त जानकारी के अनुसार राजद विधायक का अगिआंव स्थित आलीशान बंगला उनकी पत्नी किरण देवी के नाम पर है. पुलिस को सूचना मिली थी कि आवास में एक तहखाना भी है. छापेमारी के वक्‍त विधायक की पत्नी और दो बेटों के साथ परिवार के अन्य सदस्य मौजूद थे. आलिशान बंगले के एक-एक कोने को सर्च किया गया, लेकिन विधायक पुलिस के हाथ नहीं लगे. बहुचर्चित सेक्स कांड में संदेश के राजद विधायक अरुण यादव लगातार फरार चल रहे हैं और अब आरा की स्पेशल पॉस्को कोर्ट ने उन्हें फरार घोषित कर दिया है. भोजपुर के प्रथम अपर जिला व सत्र न्यायाधीश सह पॉस्को कोर्ट के विशेष जज आरके सिंह ने पहले ही एक मामले में सुनवाई करते हुए विधायक अरुण यादव को फरार घोषित कर दिया है. कोर्ट ने राजद विधायक को लेकर विधानसभा अध्यक्ष और सचिव को भी नोटिस भेजा था.

यहां उल्लेखनीय है कि देह व्‍यापार व दुष्‍कर्म के एक मामले में बीते छह सितंबर 2019 को पीड़ित लडकी के कोर्ट में दर्ज बयान व पुलिस अनुसंधान में बिहार के संदेश के राजद विधायक अरुण यादव का नाम आया था. इसके बाद जब 11 सितंबर 2019 को पुलिस गिरफ्तारी वारंट के लिए कोर्ट पहुंची तो वे भूमिगत हो गए. दो दिन बाद 13 सितंबर 2019 को कोर्ट से वारंट मिलने के बाद से पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है, लेकिन वह फरार चल रहे हैं. पुलिस ने विधायक अरुण यादव को फरार दिखाते हुए चार्जशीट दाखिल की थी. इस कांड में इंजीनियर अमरेश सिंह और सेक्स रैकेट की संचालिका अनीता देवी और सुजीत कुमार को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. इन तीनों आरोपियों की कोर्ट में पेशी भी की गई थी. जुलाई 2019 में एक नाबालिग लडकी ने आरोप लगाया था कि उसे पटना में जबरन देह व्यापार के धंधे में शामिल कराया गया. उसे अनीता देवी और सुजीत कुमार विधायक अरुण यादव के पास लेकर गए थे. जहां उसके साथ गंदा काम किया गया इस मामले में 6 सितंबर को पीडिता का फिर से बयान दर्ज हुआ था. जिसके बाद विधायक अरुण यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
 

Web Title: RJD MLA Arun Yadav absconding for eight months, Lalu Yadav's close friends

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