पूर्णिया के एसपी दयाशंकर सिंह भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे, एसयूवी ने आठ ठिकानों पर की छापेमारी
By एस पी सिन्हा | Published: October 11, 2022 06:50 PM2022-10-11T18:50:30+5:302022-10-11T18:52:07+5:30
बिहारः पूर्णिया के एसपी आईपीएस अधिकारी दयाशंकर सिंह के यहां आय से अधिक 71 लाख 42 हजार रुपये के सबूत मिले हैं। एसवीयू ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कोर्ट से सर्च वारंट मिलने के बाद कार्रवाई किया है।
पटनाः भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे पूर्णिया के एसपी आईपीएस अधिकारी दयाशंकर सिंह के कई ठिकानों पर स्पेशल विजिलेंस यूनिट(एसयूवी) ने आय से अधिक संपत्ति मामले में छापेमारी की। आय से तकरीबन 77 लाख रुपए से अधिक का मामला प्रथम दृष्टया सामने आने के बाद मंगलवार की सुबह से पटना और पूर्णिया में कुल 8 ठिकानों पर छापेमारी की गई।
पूर्णिया के एसपी दयाशंकर पर आरोप है कि पद का रहते हुए उन्होंने इसका दुरुपयोग किया है। इसके पहले 2018 में मुजफ्फरपुर के एसएसपी के ठिकानों पर एसवीयू ने छापेमारी की थी। तब वह पहली छापेमारी थी, जब किसी जिले के एसपी के आवास व अन्य ठिकानों पर एसवीयू ने छापेमारी की थी। इसके बाद यह दूसरा मामला है जब किसी जिले के एसपी के यहां छापा मारा गया है।
बताया जा रहा कि आईपीएस दयाशंकर के यहां आय से अधिक 71 लाख 42 हजार रुपये के सबूत मिले हैं। एसवीयू ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कोर्ट से सर्च वारंट मिलने के बाद कार्रवाई किया है। दयाशंकर, 2016 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। बिहार के कई जिले में एसपी रहे हैं। इनका पदस्थापन विवादित रहा है और लगातार भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलती रही हैं।
एसवीयू में मिल रही शिकायतें के बाद एडीजी नैय्यर हसनैन खां ने एक जांच टीम गठित किया था। जांच में यह पुष्टि हुई की आईपीएस दयाशंकर ने कई चल-अचल सम्पत्ति बनाया है, जो इनके आय श्रोत से अधिक हैं। अचानक हुई इस कार्रवाई से प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है। देखा जाएं तो लंबे समय के बाद बिहार के किसी आईपीएस के ठिकाने पर छापेमारी हुई है।
बिहार के पुलिस विभाग में सिपाही से लेकर आईपीएस अधिकारी तक भ्रष्टाचार के आरोपें से बचे नहीं हैं। पिछले एक साल के दौरान राज्य में तीन आईपीएस अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसियों ने कार्रवाई की है। राज्य में पिछले चार सालों में 686 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को अलग-अलग कारणों से नौकरी गंवानी पड़ी है।
अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) पुलिस मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि पिछले कुछ सालों में सिपाही दारोगा, इंस्पेक्टर, डीएसपी से लेकर आईपीएस स्तर के अधिकारियों के विरुद्ध जांचकर कार्रवाई की गई है। आर्थिक अपराध इकाई की जांच के बाद दो एसपी स्तर के पुलिस अधिकारी और एक डीआईजी स्तर के पुलिस पदाधिकारी फिलहाल निलंबित हैं। पुलिस मुख्यालय के स्तर से लगातार दागी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध आंतरिक जांच कर कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है।