300 करोड़ की संपत्ति के लिए बहू बनी हैवान, ससुर की हत्या कराई, 1 करोड़ की सुपारी दी, ऐसे सामने आया मामला
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: June 12, 2024 16:12 IST2024-06-12T16:06:18+5:302024-06-12T16:12:10+5:30
जांच में पता चला कि पुरूषोत्तम पुत्तेवार की बहू अर्चना अपने ससुराल की संपत्ति पर नजर रखे हुई थी और अपने ससुर की हत्या के लिए हत्यारों को एक करोड़ रुपये देने का वादा किया था।इसके बाद बहू, अर्चना और उसके साथी सार्थक बागड़े और धार्मिक को गिरफ्तार कर लिया गया।

(फाइल फोटो)
नागपुर: कहते हैं पैसों का लालच इंसान को हैवान बना देता है। पैसों और संपत्ति का लालच जब सिर पर चढ़ जाता है तब आदमी ये भी नहीं देखता कि सामने वाला उसका अपना सगा है। रिश्तों की मर्यादा को तार-तार कर देने वाली एक ऐसी ही घटना का खुलासा नागपुर में हुआ है। यहां पुलिस एक सड़क दुर्घटना के मामले की जांच कर रही थी। लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी हिट-एंड-रन की घटना 300 करोड़ रुपये से अधिक के संपत्ति विवाद से जुड़े कॉन्ट्रैक्ट किलिंग का मामला बन गई।
क्या है पूरा मामला
82 वर्षीय पुरूषोत्तम पुत्तेवार को 22 मई को नागपुर के बालाजी नगरी में एक तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी थी। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शुरू में इस मामले में दुर्घटना का एक जमानती मामला दर्ज किया गया। टक्कर मारने वाले चालक को भी कार सहित रिहा कर दिया गया था। लेकिन एक शीर्ष पुलिस अधिकारी के हस्तक्षेप से विस्तृत जाँच हुई। फिर सामने आई हैरान कर देने वाली सच्चाई।
जांच में पता चला कि पुरूषोत्तम पुत्तेवार की बहू अर्चना अपने ससुराल की संपत्ति पर नजर रखे हुई थी और अपने ससुर की हत्या के लिए हत्यारों को एक करोड़ रुपये देने का वादा किया था। इसके बाद बहू, अर्चना और उसके साथी सार्थक बागड़े और धार्मिक को गिरफ्तार कर लिया गया।
दुर्घटना के सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा के बाद मामले में नया मोड़ आया। फुटेज में कार के पंजीकरण नंबर का कुछ हिस्सा सामने आया। पुरोषत्तम को कुचलने के लिए इस्तेमाल की गई सेकेंड-हैंड कार खरीदने के लिए सार्थक बागड़े ने 1 लाख 20 हजार और सह-आरोपी धार्मिक ने 40,000 रुपये खर्च किए थे। रिमांड के दौरान, धार्मिक ने कार्य पूरा करने के लिए अर्चना से 3 लाख रुपये और कुछ सोना लेने की बात स्वीकार की।
पुलिस ने धार्मिक के आवास से नकदी और कीमती सामान बरामद किया। क्राइम ब्रांच ने 6 जून को अर्चना को हिरासत में लिया था और कोर्ट से उसकी तीन दिन की रिमांड मांगी थी। आरोपी अर्चना गढ़चिरौली और चंद्रपुर में टाउन प्लानिंग के सहायक निदेशक के पद पर तैनात है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी अर्चना की रिमांड तीन दिन से बढ़ाने की मांग भी की गई थी जिसे अदालत ने खारिज कर दिया।