नई दिल्ली: प्रयागराज के राजीव शुक्ला मुंबई में 8 जनवरी को घूमने के लिए पहुंचे थे, इस दौरान उन्होंने वर्ली स्थित बारबीक्यू नेशन के ऑउटलेट से शाकाहरी खाने का ऑर्डर किया। लेकिन, खाने में मरे हुए चूहे के निकलने से उन्हें उल्टी हुई और फिर उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा, जहां उनका उपचार पिछले 75 घंटे से जारी है।
उन्हें इस बात का जरा भी एहसास नहीं था कि उन्हें अपने ऑर्डर में ऐसा कुछ भी खाने को मिलेगा। खाना आया तो बिना चेक किए ही शुक्ला खाने लग गए। उन्होंने दाल मखनी का स्वाद चखा ही था कि उन्हें उसमें मरा हुआ चूहा और कॉकरोच नजर आया। कुछ ही समय बाद, उन्हें गैस्ट्रिक परेशानी हो गई और उन्हें नगर निगम बी वाई एल नायर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
राजीव शुक्ला ने अपने सोशल मीडिया हैंडल 'एक्स' के जरिए लिखा कि उन्होंने प्रयागराज से मुंबई का सफर किया। इस बीच उन्होंने 8 जनवरी, 2024 को शाकाहरी खाने का बारबीक्यू नेशन के वर्ली ऑउटलेट को ऑर्डर दिया था। इस खाने में उन्हें मरा हुआ चूहा भेजे गए ऑर्डर में मिला। उन्होंने आनन-फानन में खाने खा लिया, लेकिन खाना पचने की जगह वो बीमार हो गए और अब उनका 75 घंटे से ज्यादा समय से अस्पताल में इलाज चल रहा है। उन्होंने अपने इस पोस्ट में ये भी बताया था कि नागपाड़ा पुलिस थाने ने अभी तक कोई भी एफआईआर नहीं दर्ज की। इस कारण उन्होंने मदद मांगते हुए अपना नंबर भी शेयर किया।
इससे ये पता चलता है कि अगर आप ट्रेन में सफर कर रहे हैं, तो इस दौरान ऑनलाइन खाने का ऑर्डर कर रहे हैं, तो उसे खाने से पहले एक बार चेक करना न भूले क्योंकि इससे आपकी जान जा सकती है। यदि आप भोजन की जांच करना भूल जाते हैं, तो आपको इस तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
शुक्ला ने बताया है कि वो मुंबई प्रयागराज से घूमने पहुंचे थे। लेकिन, उन्होंने कहा ये उनकी आखिरी यात्रा हो सकती है। उन्होंने कहा मैं पूरी तरह से शाकाहरी और ब्राह्मिन हूं, लेकिन मिले ऑर्डर ने जो मिला उन्हें, वो उनको जिंदगी भर याद रहेगा।
इसके बाद शुक्ला ने तुरंत ही उस ऑनलाइन स्टोर को शिकायत करते हुए सारी घटना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि खाने का एक बड़ा भाग इससे प्रभावित रहा। ऐसा इसलिए नहीं किया जाता क्योंकि मैं शाकाहारी हूं, साथ ही यह असहनीय है और मुझे उल्टी जैसा महसूस होता है; पहले ही उल्टी हो चुकी है और यह लगातार मेरे दिमाग में घूम रही है और मुझे उल्टियां भी हुई। शुक्ला ने दाल में तैरते चूहे की एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, खाद्य व्यवसाय का उद्देश्य हमें जीवित रखना है न कि हमें मारना। इस घटने के छह दिन बात बारबीकी नेशन के खिलाफ नागपाड़ा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज हुई है।
अब कंपनी ने जवाब देते हुए शुक्ला को पोस्ट में लिखा, "प्रिय अतिथि, आपको हुई किसी भी असुविधा के लिए हम ईमानदारी से माफी मांगते हैं और इसे हमारे ध्यान में लाने के लिए समय निकालने के लिए आपकी सराहना करते हैं। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि आपकी चिंताएं हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। हमारी क्षेत्रीय टीम के श्री परेश पहले से ही स्थिति के विवरण को समझने और समाधान की दिशा में काम करने के लिए आपके संपर्क में हैं। कृपया आश्वस्त रहें कि हम आपकी चिंताओं को तुरंत और प्रभावी ढंग से संबोधित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी टीम आपकी अपेक्षाओं को पूरा करने वाला समाधान खोजने पर सक्रिय रूप से काम कर रही है। सादर,'' जब शुक्ला ने उन्हें ईमेल किया तो 'मनोज सीआरएस टीम, बारबेक्यू नेशन' की ओर से जवाब आया।"