पायल तड़वी को किया गया था परेशान, जानें घटना से जुड़ी सारी जानकारी
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: June 5, 2019 07:54 AM2019-06-05T07:54:46+5:302019-06-05T07:54:46+5:30
टोपीवाला नेशनल मेडिकल कॉलेज की एंटी-रैगिंग कमेटी ने निष्कर्ष निकाला है कि पिछले महीने आत्महत्या करने वाली डॉ. पायल तड़वी को तीन आरोपी वरिष्ठों से उत्पीड़न का सामना करना पड़ा था. मेडिकल कॉलेज में स्नातकोत्तर की छात्रा तड़वी (26) ने 22 मई को आत्महत्या कर ली थी. वह आदिवासी समुदाय से आती थी.
नाम न छापने की शर्त पर रैगिंग विरोधी समिति के एक सदस्य ने कहा, ''हमने कई लोगों, उसके दोस्तों और साथी छात्रों से पूछताछ की और उनके बयानों की पुष्टि की. इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि पायल को उसकी जाति और जनजाति के मामले में उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा था.''
समिति में मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ अधिकारी, महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (एमएआरडी) के प्रतिनिधि, पुलिस अधिकारी और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं. सदस्य ने कहा, ''रिपोर्ट राज्य सरकार में उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है.''
मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने मंगलवार को बॉम्बे उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया, जिसमें मेडिकल कॉलेज से जुड़े बीवाईएल नायर अस्पताल में तड़वी की सीनियर आरोपी डॉक्टरों को हिरासत में लेने की ताजा मांग की गई. पायल को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में तीन डॉक्टरों हेमा आहूजा, भक्ति मेहरे और अंकिता खंडेलवाल को गिरफ्तार किया गया है. तीनों अभी न्यायिक हिरासत में हैं.