पावापुरीः दुकानदार धर्मेंद्र कुमार ने पत्नी और 3 बच्चों को सल्फास की गोलियां खिलाईं?, 4 की मौत और 1 गंभीर, कर्ज बोझ और साहूकारों की प्रताड़ना से तंग

By एस पी सिन्हा | Updated: July 19, 2025 16:03 IST2025-07-19T16:02:43+5:302025-07-19T16:03:39+5:30

Pavapuri: धर्मेंद्र की पत्नी सोनी कुमारी (38 वर्ष), बेटियों दीपा (12 वर्ष), अरिमा कुमारी (14 वर्ष) और बेटे शिवम (13 वर्ष) की भगवान महावीर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। जबकि धर्मेंद्र की हालत गंभीर बनी हुई है।

Pavapuri Shopkeeper Dharmendra Kumar fed sulphas tablets his wife and 3 children 4 dead 1 critical debt burden harassment money lenders Nalanda home district Bihar Chief Minister Nitish Kumar | पावापुरीः दुकानदार धर्मेंद्र कुमार ने पत्नी और 3 बच्चों को सल्फास की गोलियां खिलाईं?, 4 की मौत और 1 गंभीर, कर्ज बोझ और साहूकारों की प्रताड़ना से तंग

सांकेतिक फोटो

Highlightsछोटे बेटे सत्यम ने जहर खाने से इनकार कर दिया, जिससे वह बच गया।पूरा परिवार घर के बाहर खंधा में जाकर शहद के साथ जहर खाया था।कर्ज तले डूबे परिवार ने खौफनाक कदम उठाया और मौत को गले लगा लिया।

पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा के पावापुरी में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जहां कर्ज के बोझ और साहूकारों की प्रताड़ना से तंग आकर कपड़ा दुकानदार धर्मेंद्र कुमार ने अपनी पत्नी और तीन बच्चों को सल्फास की गोलियां खिला दीं और खुद भी जहर खा लिया है। इस त्रासदी में धर्मेंद्र की पत्नी सोनी कुमारी (38 वर्ष), बेटियों दीपा (12 वर्ष), अरिमा कुमारी (14 वर्ष) और बेटे शिवम (13 वर्ष) की भगवान महावीर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। जबकि धर्मेंद्र की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं, छोटे बेटे सत्यम ने जहर खाने से इनकार कर दिया, जिससे वह बच गया।

बताया जा रहा है कि पूरा परिवार घर के बाहर खंधा में जाकर शहद के साथ जहर खाया था। इस घटना में अब तक मामले में चार लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि परिवार का सबसे छोटा सदस्य अकेला बचा है। कहा जा रहा है कि महज पांच लाख रुपए उस परिवार की जान के दुश्मन बन गए थे, कर्ज तले डूबे परिवार ने खौफनाक कदम उठाया और मौत को गले लगा लिया।

पुलिस जांच में पता चला है कि शेखपुरा के पुरनकामा सिक्करपुर गांव के मूल निवासी धर्मेंद्र पिछले छह महीनों से पावापुरी में जल मंदिर के पास किराए के मकान में रह रहे थे। वह श्री काली मां साड़ी सेंटर नाम की दुकान चलाते थे, लेकिन कपड़े के कारोबार में भारी नुकसान के कारण उन पर स्थानीय साहूकारों का करीब पांच लाख रुपये का कर्ज हो गया था।

साहूकारों की लगातार गाली-गलौज और प्रताड़ना ने धर्मेंद्र को इस हद तक परेशान कर दिया कि उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठाया। छोटे बेटे सत्यम ने बताया कि शिकरपुर गांव का एक युवक रामू सहित अन्य लोग ब्याज न चुकाने पर उनके माता-पिता को अपमानित करते थे। यह घटना शुक्रवार शाम को उस समय हुई, जब गांव में काली मंदिर स्थापना दिवस की पूजा चल रही थी।

मंदिर से कुछ दूरी पर धर्मेंद्र ने अपने परिवार को सल्फास खिलाया, जिसके बाद सभी तड़पने लगे। मरने से पहले सोनी कुमारी ने बादशाह कोचिंग सेंटर के संचालक मधुरंजन को फोन कर अपने छोटे बेटे सत्यम की देखभाल की गुहार लगाई। घटना की सूचना मिलते ही राजगीर डीएसपी सुनील कुमार सिंह और इंस्पेक्टर मनीष भारद्वाज मौके पर पहुंचे।

डीएसपी ने बताया कि साहूकारों की प्रताड़ना इस त्रासदी का मुख्य कारण प्रतीत होता है, लेकिन अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने सत्यम से पूछताछ के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और साहूकारों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है।

Web Title: Pavapuri Shopkeeper Dharmendra Kumar fed sulphas tablets his wife and 3 children 4 dead 1 critical debt burden harassment money lenders Nalanda home district Bihar Chief Minister Nitish Kumar

क्राइम अलर्ट से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे