क्योंझर के संरक्षित वन में दो हाथी मृत, अधिकारी ने कहा-हाथियों को शिकारियों ने मारा
By भाषा | Published: June 15, 2020 02:03 PM2020-06-15T14:03:47+5:302020-06-15T14:03:47+5:30
छत्तीसगढ़ में तीन हाथियों के मरने के बाद ओडिशा के क्योंझर में दो हाथी मृत पाए गए। वन अधिकारियों ने कहा कि जांच जारी है लेकिन हो सकता है शिकारियों ने मार दिया है।
क्योंझरः ओडिशा के क्योंझर जिले में एक संरक्षित वन क्षेत्र में दो जंगली हाथी मृत मिले हैं और प्राथमिक जांच संकेत देती है कि हाथियों को शिकारियों ने मारा है।
एक वन अधिकारी ने बताया कि मादा और नर हाथी के अवशेष वन अधिकारियों को बैतरनी संरक्षित वन क्षेत्र के गुरुबेड़ा के निकट मिले। स्थानीय लोगों से इस संबंध में पहले जानकारी मिली थी। उन्होंने बताया कि नर हाथी के दांत गायब हैं। हाथियों की मौत के पीछे की वास्तविक वजह पता लगाने की कोशिश जारी है।
मादा हाथी 20 साल की है और ऐसा प्रतीत होता है कि उसका शव एक सप्ताह से ज्यादा समय से वहां पड़ा था। वहीं नर हाथी की उम्र करीब 22 साल है और उसकी मौत करीब तीन दिन पहले हुई है। उन्होंने बताया कि प्राथमिक जांच इस ओर इशारा करती है कि हाथियों को शिकारियों ने मारा है क्योंकि नर हाथी का दांत लापता है। हालांकि उनकी मौत के पीछे की वास्तविक वजह पोस्टमार्टम और विस्तृत जांच के बाद ही सामने आएगी।
वयस्क बाघ ने मारा दो शावकों को
बांधवगढ़ बाघ आरक्षित क्षेत्र में एक वयस्क बाघ ने 15 से 20 दिन के दो बाघ शावकों को रविवार को मार डाला। बांधवगढ़ बाघ आरक्षित क्षेत्र के निदेशक विन्सेंट रहीम ने 'पीटीआई—भाषा' को बताया कि बाघ आरक्षित क्षेत्र के कथली बीट में एक वयस्क बाघ ने दो बाघ शावकों मार डाला। ये दोनों बाघ शावक करीब 15 से 20 दिन के थे। उन्होंने कहा कि सूचना मिलने पर गश्ती दल मौके पर पहुंचा और दोनों शव बरामद कर लिये हैं। रहीम ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इन दोनों शावकों को बाघ ने मारा है।
हाथी के हमले में युवक की मौत
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में हाथी के हमले में युवक की मौत हो गई है। पुलिस ने सोमवार को इसकी जानकारी दी । सूरजपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने आज बताया कि सूरजपुर वन मंडल के अंतर्गत दरहोरा गांव में हाथी के हमले में युवक की मौत हो गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दरहोरा गांव में शनिवार—रविवार की रात जंगली हाथियों का दल बसाहट की ओर घुस आया था। हाथियों को बसाहट से दूर रखने ग्रामीण ढोल नगाड़ा बजाकर उन्हें जंगलों की ओर खदेड़ रहे थे।
उसी दौरान मनीराम (18 वर्ष) को जंगली हाथी ने कुचलकर मार डाला। अधिकारियों ने बताया कि सूचना मिलने के बाद पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा कर उसे परिजनों को सौंप दिया गया। सरगुजा जिले के वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हाथी के हमले में ग्रामीण युवक की मौत की घटना के बाद उसके परिजनों को तत्कालिक सहायता राशि 25 हजार रूपए प्रदान किया गया है। शेष 5.75 लाख रुपए सभी अपौचारिकता पूर्ण होने के बाद दी जाएगी।
अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में उस क्षेत्र में 10-12 हाथियों का एक झुण्ड विचरण कर रहा है। पिछले दिनों सूरजपुर और बलरामपुर जिले में तीन हाथियों की मौत हो चुकी है, जिसे लेकर सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं।