नई दिल्लीः ओडिशा सरकार के एक पूर्व सफाईकर्मी की 1.88 करोड़ रुपये की संपत्ति धन शोधन (निवारण) कानून के तहत कुर्क की गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को यह जानकारी दी। संपत्ति पुरी जिले में अतिरिक्त उपजिलाधिकारी (बंदोबस्त) के कार्यालय में तैनात पूर्व ‘सफाई मोहर्रिर’ (सफाई सहायक) लिंगराज जेना की है।
ईडी का धनशोधन का मामला जेना के खिलाफ ओडिशा सतर्कता निदेशालय द्वारा दायर कथित तौर पर आय से अधिक संपत्ति के मामले से उपजा है। सतर्कता निदेशालय द्वारा दायर आरोप-पत्र में कहा गया है कि जेना ने अपनी आय के ज्ञात स्रोतों से कुल 1.88 करोड़ रुपये की अधिक संपत्ति अर्जित करके खुद को और अपने परिवार के सदस्यों को “अवैध रूप से समृद्ध” किया।
धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज मामले में ईडी की जांच में पाया गया कि जेना ने “आपराधिक गतिविधियों में संलिप्तता के माध्यम से मौद्रिक आय अर्जित की, इसे छुपाया और विभिन्न संपत्तियों के अधिग्रहण में इसका निवेश किया।”