Nirbhaya Case Update News: फांसी वाले दिन से 3 दिन पहले जल्लाद पवन को बुलाया गया तिहाड़ जेल, उत्तर प्रदेश जेल अधिकारियों को पत्र लिखकर किया गया अनुरोध
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: March 16, 2020 05:52 IST2020-03-16T05:52:02+5:302020-03-16T05:52:02+5:30
जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ताजा डेथ वारंट जारी होने के बाद तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के जेल अधिकारियों को पत्र लिखकर मेरठ के जल्लाद पवन की सेवा का अनुरोध किया था।

जल्लाद पवन को 3 दिन पहले बुलाया गया तिहाड़ जेल
नई दिल्ली: निर्भया गैंगरेप और हत्या के मामले में दोषियों को फांसी की सजा मिलने से पांच दिन पहले तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने जल्लाद को फांसी वाले दिन से तीन दिन पहले 17 मार्च को जेल में उपस्थित होने के लिए कहा है। इस मामले में मुकेश, पवन, विनय और अक्षय को 20 मार्च को सुबह 5.30 बजे एक साथ फांसी दी जाएगी।
जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ताजा डेथ वारंट जारी होने के बाद तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के जेल अधिकारियों को पत्र लिखकर मेरठ के जल्लाद पवन की सेवा का अनुरोध किया था। जेल अधिकारियों के अनुसार जल्लाद के आने के बाद डमी को फांसी देकर अभ्यास किया जाएगा।
बता दें कि निर्भया केस के चार दोषियों में एक विनय शर्मा ने फांसी से बचने के लिए अपने वकील एपी सिंह से दिल्ली के उपराज्यपाल के पास एक आवेदन दिया था। इस आवेदन में उसने उपराज्यपाल से फांसी नहीं देने की गुहार लगाई थी और सजा को उम्र कैद में बदलने का अनुरोध किया था। इसमें कोई दो राय नहीं कि जान बचाने के लिए आरोपी हर तरीका अपना रहा है। इसके बावजूद 20 मार्च 2020 के डेथ वारंट को ध्यान में रखते हुए तिहाड़ जेल प्रशासन अपनी तैयारी पूरी करने में लग गया है।
बता दें कि निर्भया के दोषी कोर्ट द्वारा डेथ वारंट जारी होने के बाद लगातार मौत से बचने के लिए हर जोर आजमाइश कर रहा है। इसी क्रम में दोषी विनय शर्मा ने अपने वकील एपी सिंह के माध्यम से दिल्ली के उपराज्यपाल से मौत की सजा को उम्रकैद में बदलने की मांग की है। वकील एपी सिंह ने सीआरपीसी की धारा 432, 433 के तहत मौत की सजा को निलंबित करने के लिए याचिका दायर की है।
इस मामले में 20 मार्च का डेथ वारंट जारी होने के बाद निर्भया की मां आशा देवी ने कहा था कि आज चौथा डेथ वारंट जारी हो गया। अब उम्मीद है कि ये डेथ वारंट फाइनल हो, उसी तारीख पर इनको फांसी हो और निर्भया को इंसाफ मिले। जब तक उनको फांसी नहीं होती है तब तक हम हर पल लड़ने के लिए तैयार हैं क्योंकि जब तक उनको फांसी नहीं होगी वो नया पैतरा करेंगे।
बता दें कि निर्भया मामले में चारों दोषियों को मृत्यु होने तक फांसी पर लटकाने के लिये बृहस्पतिवार को दिल्ली की एक अदालत द्वारा 20 मार्च की तारीख निर्धारित किये जाने के बाद उसकी (निर्भया की) मां आशा देवी ने कहा, ‘‘20 मार्च की सुबह हमारे जीवन का सवेरा होगा।’’
निर्भया की मां ने कहा कि दोषियों को फांसी दिए जाने तक संघर्ष जारी रहेगा और उन्होंने उम्मीद जताई कि 20 मार्च फांसी की आखिरी तारीख होगी। उन्होंने यह भी कहा कि यदि मौका मिला तो वह दोषियों को मरते देखना चाहेंगी। देवी ने कहा, ‘‘निर्भया ने मरने के दौरान यह सुनिश्चित करने के लिए कहा था कि उन्हें (दोषियों को) ऐसी सजा मिले कि इस तरह का अपराध फिर कभी ना हो। यदि मौका मिला तो मैं उन लोगों को मरते देखना चाहूंगी।’’