हैदराबाद: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को भोपाल और हैदराबाद में सक्रिय अंतरराष्ट्रीय कट्टरपंथी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) के एक और सदस्य को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किया गया व्यक्ति आतंकवादी मॉड्यूल की गैरकानूनी गतिविधियों को संचालित करता था। एनआईए ने कहा है कि भगोड़े एचयूटी सदस्य सलमान को तेलंगाना के हैदराबाद से छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया गया, जहां वह राजेंद्र नगर इलाके में छिपा हुआ था।
एनआईए ने इस साल 24 मई को कट्टरपंथी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) के खिलाफ अपनी कार्रवाई शुरू की थी और इसमें अब तक 16 गिरफ्तारियां कर चुकी थीं। हैदराबाद के राजेंद्र नगर इलाके से गिरफ्तार किया गया सलमान एनआईए द्वारा हिरासत में लिया जाना वाला संगठन का 17वां सदस्य था।
एनआईए की जांच से पता चलता है कि एचयूटी प्रभावशाली मुस्लिम युवाओं को संगठन में भर्ती करके गुप्त रूप से अपना संगठन और कैडर बनाने की कोशिश कर रहा था।राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इस अंतरराष्ट्रीय कट्टरपंथी संगठन के बारे में बताया है कि इस संगठन का उद्देश्य शरिया कानून स्थापित करने के लिए भारत में संवैधानिक रूप से गठित सरकार को उखाड़ फेंकना था।
एनआईए ने सलमान को पकड़ने के लिए दो स्थानों पर तलाशी के बाद विभिन्न दस्तावेजों के साथ-साथ हार्ड डिस्क, पेन ड्राइव और एसडी कार्ड सहित आपत्तिजनक डिजिटल उपकरणों को जब्त कर लिया।
एनआईए के अनुसार, सलमान एचयूटी के हैदराबाद स्थित मॉड्यूल का एक सक्रिय सदस्य था, जिसका नेतृत्व पहले से ही गिरफ्तार आरोपी सलीम कर रहा था। सलीम, सलमान और हैदराबाद मॉड्यूल के चार अन्य गिरफ्तार आरोपियों के साथ, शरीयत के आधार पर खिलाफत स्थापित करने के उद्देश्य से अपनी तंजीम का विस्तार करने के लिए काम कर रहे थे।
ये संगठन भड़काऊ तकरीरों से लोगों का ब्रेन वॉश कर इस्लाम धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करता है। इससे पहले भोपाल से गिरफ्तार किए 10 में से 8 सदस्यों के बारे में पता चला था कि उनमें से 5 दूसरे धर्म से कनवर्ट होकर मुसलमान बने थे। इस संगठन के लोग हिंदू युवतियों से शादी करके उनका धर्म परिवर्तन कराते थे।