पटना,12 जुलाई।बिहार में नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में जुटे हैं, जिसे देखते हुए पुलिस मुख्यालय में राज्य के सभी आईजी, डीआईजी, एसपी और रेल एसपी को अलर्ट रहने का आदेश जारी किया है.
बगहा में पुलिस-नक्सली मुठभेड में चार शीर्ष नक्सलियों के मारे जारे के बाद नक्सली बदले की कार्रवाई को अंजाम दे सकते हैं. लौकरिया थाने के चौथा पानी इलाके में नक्सलियों और एसटीएफ के बीच हुई मुठभेड में चार नक्सली मारे गए थे और शीर्ष नक्सली कमांडर राजनजी बच निकला था.
जिलों में विशेष पुलिस बल की तैनाती करने का निर्देश-
इसको लेकर सभी जिलों में विशेष पुलिस बल की तैनाती करने का निर्देश दिया भी जिले के पुलिस कप्तान को दे दिया है ताकि किसी भी विषम परिस्थिति से निपटा जा सके.
राज्य मुख्यालय से जारी अलर्ट में कहा गया है कि नक्सली बदले की कार्रवाई कर सकते हैं. वे पुलिस प्रतिष्ठान, थाना, पिकेट को निशाना बना सकते हैं. पुलिस दल पर भी नक्सली हमला कर सकते हैं. इसलिए सुरक्षा के सब इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं.
सभी जगहों पर विशेष पुलिस बल तैनात करने के निर्देश भी पुलिस मुख्यालय से जारी किए गए हैं. सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार नक्सलियों के निशाने पर बिहार पुलिस के जवान हैं और वो इन्हें अपना निशाना बना सकते हैं.
एसएसबी व एसटीएफ की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में चार नक्सलियों को मार गिराया
यहां बता दें कि पश्चिम चंपारण के वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना क्षेत्र स्थित दोन जंगल में शुक्रवार तडके मुठभेड़ में एसएसबी व एसटीएफ की संयुक्त टीम ने चार नक्सलियों को मार गिराया. लौकरिया थाना क्षेत्र के चौथापानी में हुए इस मुठभेड में एक एके-56, तीन एसएलआर और एक रायफल के अलवा कई असलहे भी बरामद किये गये हैं.
इस कार्रवाई में एक इंसपेक्टर ऋतुराज समेत दो लोग भी जख्मी हो गए थे. हालांकि दोनों खतरे से बाहर है. जंगल में और नक्सलियों के छिपे होने की आशंका पर शाम तक सर्च अभियान चलाया जाता रहा है.
मुठभेड की सूचना पर चंपारण पहुंचे एसएसबी के आईजी संजय कुमार ने बताया कि झारखंड का नक्सली कमांडर राजन का दस्ता पिछले कुछ महीनों से वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के जंगल में सक्रिय था. यहां पर नक्सली अपना सेफ जोन बनाने में लगे थे.
नक्सली बदला लेने के लिए रच रहे बड़ी साजिश-
एसएसबी व एएसपी अभियान की टीम को इंटेलिजेंस से सूचना मिली थी कि नक्सलियों का दस्ता हरनाटांड से नौरंगिया दोन जाने वाले जंगली रास्ते में हरनाटांड से लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर छिपा है.
पुख्ता जानकारी मिलने पर एसएसबी, बगहा पुलिस व एसटीएफ की टीम ने साझा रणनीति तैयार की. वे लोग अपने वाहनों को दूर छोड़कर पैदल ही इस दुर्गम रास्ते पर रात होते ही निकल गए थे. इसके बाद यह माना जा रहा है कि नक्सली इसका बदला लेने के लिए बड़ी साजिश रच रहे हैं.