जासूसी के आरोप में नौसेना का कर्मचारी गिरफ्तार, पाकिस्तान को भेजता था खुफिया जानकारी
By अंजली चौहान | Updated: June 26, 2025 09:10 IST2025-06-26T09:09:46+5:302025-06-26T09:10:58+5:30
Navy HQ Staffer Arrested For Spying Pakistan: आरोपी विशाल यादव नौसेना मुख्यालय में क्लर्क है और हरियाणा का निवासी है। उसे राजस्थान पुलिस की खुफिया शाखा ने हिरासत में ले लिया है।

जासूसी के आरोप में नौसेना का कर्मचारी गिरफ्तार, पाकिस्तान को भेजता था खुफिया जानकारी
Navy HQ Staffer Arrested For Spying Pakistan:दिल्ली में स्थित भारतीय नौसेना मुख्यालय से चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। जहां नौसेना के ही एक कर्मचारी पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि मुख्यालय में तैनात एक कर्मचारी को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उस पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने का आरोप है। ऐसा आरोप है कि उसने कई सालों तक और यहां तक कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी जासूसी की थी।
आरोपी की पहचान विशाल यादव के रूप में हुई है। वह नौसेना मुख्यालय में क्लर्क के रूप में काम करता है और हरियाणा का रहने वाला है।
महीनों की निगरानी के बाद उसे राजस्थान पुलिस की खुफिया शाखा ने हिरासत में लिया। जानकारी के मुताबिक, यादव के सेलफोन से मिले डेटा से पता चला है कि उसने नौसेना और अन्य रक्षा इकाइयों से जुड़ी गोपनीय जानकारी एक महिला को मुहैया कराई थी, जो पैसे के बदले में उसकी पाकिस्तानी हैंडलर थी।
Navy HQ Staffer Arrested For Spying For Pak, Shared Info During Op Sindoor
— IndiaWarMonitor (@IndiaWarMonitor) June 25, 2025
Vishal Yadav - a clerk at the naval headquarters and a resident of Haryana, was arrested by the Intelligence Wing of the Rajasthan Police. pic.twitter.com/JJf6RhPxk4
यादव सोशल मीडिया के जरिए लगातार उससे संपर्क में था। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी विष्णुकांत गुप्ता ने बताया कि राजस्थान की सीआईडी खुफिया इकाई लगातार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों द्वारा की जाने वाली जासूसी गतिविधियों पर नजर रख रही थी।
प्रिया शर्मा के रूप में पहचानी गई महिला कथित तौर पर रणनीतिक महत्व की गोपनीय जानकारी निकालने के लिए उसे पैसे दे रही थी। विशाल यादव ऑनलाइन गेम खेलने का आदी था और उसे अपने नुकसान की भरपाई के लिए पैसे की जरूरत थी।
रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारी ने बताया कि वह क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए और सीधे अपने बैंक खातों में भी पैसे प्राप्त कर रहा था।
आरोपी फिलहाल हिरासत में है और संवेदनशील जानकारी लीक करने के आरोप में उसकी जांच की जा रही है। इस बीच, सुरक्षा एजेंसियों ने लोगों से सोशल मीडिया पर संदिग्ध गतिविधि के प्रति सतर्क रहने और तुरंत इसकी सूचना देने का आग्रह किया है।