नागपुरः आठ घंटे के भीतर प्रापर्टी डीलर सहित दो बुजुर्गों की हत्या, शहर पुलिस में हड़कंप
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 10, 2021 21:00 IST2021-03-10T20:59:39+5:302021-03-10T21:00:55+5:30
पुलिस ने गणेशपेठ की वारदात में हत्या जबकि मानकापुर की वारदात में आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है.

मलिक एक माह से रजत संकुल के फ्लैट क्रमांक 103 में रहते थे.
नागपुरः शहर में आठ घंटे के भीतर प्रापर्टी डीलर सहित दो बुजुर्गों की हत्या कर दी गई. गणेशपेठ और मानकापुर थाने के तहत हुई इन वारदातों से शहर पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है.
दोनों ही घटनाओं में आरोपियों का सुराग नहीं मिलने से नागरिक भी चिंतित हैं. हालांकि पुलिस ने गणेशपेठ की वारदात में हत्या जबकि मानकापुर की वारदात में आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है. पहली वारदात गणेशपेठ में एसटी स्टैंड के पास स्थित रजत संकुल में हुई जहां निवृत्त कर्मचारी को कुर्सी पर बांधने के बाद गला रेतकर मौत के घाट उतारा गया.
मृतक हुडको कॉलोनी, जरीपटका निवासी 65 वर्षीय लक्ष्मण रामलाल मलिक बीमा अस्पताल के निवृत्त कर्मचारी थे. हाल में प्रापर्टी डीलिंग का काम करते थे. सूत्रों के अनुसार उनकी चार-पांच पत्नियां थीं. मलिक एक माह से रजत संकुल के फ्लैट क्रमांक 103 में रहते थे. यह फ्लैट कपिल नगर के धर्मरक्षित सरोदे ने किराए पर लिया है.
सरोदे यहां से हर्बल मेडिसिन का कारोबार करते हैं. इसी फ्लैट में मलिक रहते थे. बताया जाता है कि रोज की तरह सोमवार को कार्यालय बंद होने के बाद मलिक फ्लैट में ही थे. देर रात को उनकी सरोदे से फोन पर बात भी हुई थी. आज सुबह से वह मोबाइल पर प्रतिसाद नहीं दे रहे थे.
सुबह 9.30 बजे कार्यालय का कर्मचारी फ्लैट में आया. उसे सरोदे चेयर पर लुढ़के हुए मिले. उनका गला रेता गया था. हाथ चेयर के पीछे बंधे हुए थे. कर्मचारी ने तत्काल सरोदे को सूचना दी. इसके बाद गणेशपेठ पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने अपार्टमेंट के सीसीटीवी से आरोपी का पता लगाने का प्रयास किया. सीसीटीवी बंद होने से पुलिस को जांच की दिशा बदलनी पड़ी.
घटनास्थल का मुआयना करने पर आरोपी उनके किसी करीबी होने का पता चल रहा था. अनुमान है कि उसने मलिक के साथ भोजन भी किया था. इसके बाद मौका मिलते ही उसने मलिक की हत्या कर दी. बताया जाता है कि पांच-पांच पत्नियां होने से मलिक के पारिवारिक जीवन में काफी उथल-पथल मची हुई थी. यदाकदा बच्चे उनसे मिलने के लिए आते थे. वे कर्ज के भी शिकार थे इसीलिए सरोदे के फ्लैट में रहते थे. पुलिस सरोदे और मलिक के परिजनों से पूछताछ कर आरोपी का पता लगाने में जुटी है.
घटनास्थल घना रिहायसी परिसर है. यहां बाहरी व्यक्ति के लिए हत्या करआसानी से फरार होना संभव नहीं है. गणेशपेठ पुलिस ने मलिक के बेटे निखिल की शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज कर जांच आरंभ की है. दूसरी वारदात मानकापुर थाने के तहत गोरेवाड़ा परिसर में हुई. यहां लोखंडे लेआउट, गोधनी निवासी 72 वर्षीय भैयालाल नत्थूजी बैस की अगवा करहत्या कर दी गई. सूत्रों के अनुसार बैस की जामठा में 17 एकड़ पैतृक जमीन है. इसकी कीमत करोड़ों में बताई जाती है. बैस के दो बेटे हैं.
बड़ा बेटा इंजीनियर है. बताया जाता है कि बैस का जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. इसी विवाद के चलते उनकी हत्या किए जाने की प्रबल आशंका है. गोरेवाड़ा जंगल की ओर जाने वाले मार्ग पर हनुमान मंदिर है. मंदिर के सामने खुला परिसर है. शाम 5.30 बजे बैस का शव वहां मिला. उनके शरीर पर लाठी अथवा रॉड से पीटने के निशान दिखाई दे रहे थे.
नागरिकों ने पुलिस को सूचना दी. इस पर मानकापुर पुलिस वहां पहुंची. बैस के पास मिले दस्तावेज से उनकी पहचान हो गई. पुलिस ने उनके परिजनों को घटनास्थल पर बुलाया. उन्होंने शव को पहचान लिया. बैस सुबह से लापता थे. संदेह है कि उन्हें सुबह ही अगवा कर लिया गया था. किसी अज्ञात स्थान अथवा कार में उनकी बेदम पिटाई की गई.
बेहोश होने पर आरोपी उन्हें गोरेवाड़ा ले आए. वहां मरा समझकर फेंककर फरार हो गए. काफी देर तक उपचार नहीं होने से बैस ने दम तोड़ दिया. वैद्य सेवानिवृत्त कर्मचारी थी. परिजनों का कहना है कि बैस अनजान व्यक्ति के साथ नहीं जा सकते थे. ऐसे में आरोपी परिचित होने की प्रबल आशंका है. पुलिस को कुछ लोगों के नाम भी पता चले हैं. देर रात तक उनकी खोजबीन की जा रही है. मानकापुर पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है. पोस्टमार्टम के बाद आगे की कार्रवाई करनेवाली है.
थाने पहुंचे पुलिस आयुक्तः वारदात से चिंतित पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार शाम 7 बजे गणेशपेठ थाने पहुंचे. उन्होंने पुलिस जांच की प्रगति और संदिग्धों से हुई पूछताछ का ब्यौरा लिया. उन्होंने अधिकारियों का मार्गदर्शन भी किया. दोनों ही वारदात करीबियों द्वारा अंजाम दिए जाने का पता चला है. चित्र :