नागपुरःलोगों के हाथों जान गवानेवाला शांतिनगर थाना परिसर का अपराधी विजू वागधरे तीन घंटे से बस्ती में हंगामा मचा रहा था.
यह बात पता होने के बावजूद शांतिनगर पुलिस ने तत्काल कोई कार्रवाई नहीं की. उल्टे विजू की शिकायत लेकर पहुंचे लोगों को नेता का आगमन होने का हवाला देते हुए सोमवार को आने की सलाह दी. पुलिस के बर्ताव से संतप्त होकर ही लोगों ने विजू को मौत के घाट उतारा दिया.
पुलिस ने चार आरोपी सुनील हारोडे, सागर करारे, बंटी उर्फ यश हारोडे तथा सुमित ढेरे को गिरफ्तार किया है. ज्ञात हो कि रविवार की रात 24 वर्षीय विजय उर्फ विजू वामन वागधरे की नारायणपेठ में हत्या कर दी गई. विजय की हत्या के बाद से परिसर में दहशत बनी हुई है. नागरिक स्थानीय पुलिस की ढिलाई के चलते वारदात होने का बता रहे है.
जिससे शांतिनगर पुलिस और उसके आला अधिकारियों की भी बोलती बंद हो गई है. विजय काफी समय से परिसर में आतंक का पर्याय बना हुआ था. परिसर के नागरिकों के अनुसार वह अपराधी साथियों की मदद से हफ्ता वसूली करता था. वह हथियार की नोंक पर महिलाओं और परिसर के युवकों को धमकाता था. वह लोधीपुरा में रहता था.
उसकी हमेशा नारायणपेठ के युवकों से अनबन होती रहती थी. उसकी नारायणपेठ के एक अपराधी युवक से मित्रता है. इस युवक को हत्या के प्रकरण में उम्र कैद की सजा हुई है. वह कोविड प्रकोप के चलते जेल से पैरोल पर आया है. इस युवक की विजय की हत्या के आरोपी सागर करारे तथा सुनील हारोडे से रंजिश है. उसके पैरोल पर आने के बाद से विजय भी नारायणपेठ के युवकों से विवाद करने का मौका खोजते रहता था.