Nagaon gang rape: असम में नाबालिग लड़की से बलात्कार का मुख्य आरोपी तफजुल इस्लाम शनिवार सुबह पुलिस हिरासत से कथित रूप से फरार हो गया और उसने नागांव जिले के धींग में एक तालाब में छलांग लगा दी जिससे उसकी मौत हो गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि आरोपी को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था और उसे ‘क्राइम सीन’ का पता लगाने के लिए सुबह करीब साढ़े तीन बजे अपराध स्थल पर ले जाया गया था। पुलिस ने बताया, ‘‘आरोपी पुलिस हिरासत से फरार हो गया और तालाब में कूद गया।
तत्काल तलाश अभियान शुरू किया गया और करीब दो घंटे बाद उसका शव बरामद किया गया।’’ धींग में बृहस्पतिवार शाम को तीन लोगों ने 14 वर्षीय लड़की के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया था। लड़की उस वक्त ट्यूशन पढ़कर घर लौट रही थी। आरोपी पीड़िता को घायल अवस्था में सड़क किनारे एक तालाब के पास छोड़ कर फरार हो गए थे।
बाद में स्थानीय लोगों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया और एक अन्य को हिरासत में लिया है जबकि तीसरे आरोपी की तलाश जारी है। असम के नागांव जिले में तीन व्यक्तियों द्वारा 14 वर्षीय एक किशोरी से कथित तौर पर बलात्कार किए जाने की घटना के विरोध में राज्य में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए।
मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने बताया कि बृहस्पतिवार रात लगभग आठ बजे ट्यूशन से पढ़ाई के बाद साइकिल से घर लौट रही नाबालिग पर तीन लोगों ने हमला कर दिया और उसके साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया। पुलिस ने बताया कि तीन लोग मोटरसाइकिल पर आए और नाबालिग को घेर लिया।
पुलिस ने बताया कि उन्होंने उसके साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया और उसे घायल और बेहोशी की हालत में एक तालाब के निकट सड़क के किनारे छोड़ दिया। कक्षा 10वीं की छात्रा को बाद में स्थानीय लोगों ने देखा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बताया कि उसे पहले क्षेत्र के एक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया और बाद में इलाज तथा मेडिकल जांच के लिए नागांव के एक अस्पताल में भेज दिया गया।
हैलाकांडी में शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘नाबालिग लड़की के साथ ऐसा जघन्य अपराध करने की हिमाकत करने वाले अपराधियों को कानून बख्शेगा नहीं। मैंने पुलिस महानिदेशक और जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका को धींग क्षेत्र में पहुंचकर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।’’ शर्मा ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव के बाद, ‘‘एक खास समुदाय के सदस्यों का एक वर्ग बहुत सक्रिय हो गया है और उन्हें ऐसे अपराध करने के लिए बढ़ावा दिया गया। हालांकि, हम अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।’’
उन्होंने बताया कि पिछले दो माह में महिलाओं के खिलाफ ऐसे 22 अपराध दर्ज किए गए और राज्य में यह 23वीं ऐसी घटना है। उन्होंने कहा, ‘‘निचले और मध्य असम और बराक घाटी जिलों में लोग लगातार डर के साय में जी रहे हैं जहां स्वदेशी लोग अल्पसंख्यक बन गए हैं। ऐसे लोग जो इन क्षेत्रों में नहीं रहते, वह यहां की स्थिति का अंदाजा नहीं लगा सकते।’’
मुख्यमंत्री ने सभी से स्वदेशी लोगों के इन मुद्दों को गंभीरता से लेने का अनुरोध किया। शर्मा ने कहा, ‘‘हमें इन जघन्य अपराधों के पीछे असली अपराधियों की पहचान करनी चाहिए और हिंदू समाज के भीतर समुदायों को दोष देने में नहीं उलझना चाहिए।’’ पुलिस ने बताया कि एक व्यक्ति को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है और दूसरे को हिरासत में लिया गया है, जबकि अन्य को पकड़ने के लिए तलाशी जारी है।
पुलिस महानिदेशक जी.पी. सिंह, धींग पहुंचे और जिला पुलिस के अधिकारियों के साथ अपराध स्थल का दौरा किया। सिंह पीड़िता के घर भी पहुंचे और उसके माता-पिता तथा परिवार के अन्य सदस्यों से बात की। डीजीपी ने धींग में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने घटनास्थल और जांच की प्रगति की समीक्षा की है। जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है।
यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम और अन्य प्रासंगिक धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।’’ उन्होंने बताया कि पुलिस ने पर्याप्त सबूत जुटाए हैं और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (विशेष शाखा) से मोबाइल डेटा विवरण के बारे में तकनीकी सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया गया है। मोबाइल डेटा का विवरण जल्द ही उपलब्ध करा दिया जाएगा।
डीजीपी ने पुलिस महानिरीक्षक (मध्य रेंज) और जिला आयुक्त के साथ स्थिति की समीक्षा की और जिले के कुछ हिस्सों में हो रही इस तरह की घटनाओं पर भी चर्चा की। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि नागांव के पुलिस अधीक्षक को शाम के समय गश्त बढ़ाने का निर्देश दिया गया है, खासकर लड़कियों के शैक्षणिक संस्थानों और ट्यूशन केंद्रों के आसपास के इलाकों में। जिस अस्पताल में पीड़िता को भर्ती कराया गया है, वहां के एक वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि उसका इलाज मेडिसिन, सर्जरी और स्त्री रोग विभागों के चिकित्सकों की बहु विशेषज्ञता वाली एक टीम द्वारा किया जा रहा है।