उन्नाव रेप पीड़िता की इलाज के दौरान हुई मौत के मामले में लखनऊ कमिश्नर ने कहा कि हम पीड़िता की बहन के लिए नौकरी की व्यवस्था करेंगे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हम परिवार को दो घर प्रदान करेंगे। यही नहीं इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि पीड़िता के परिवार को पुलिस 24 घंटे सुरक्षा देगी।
बता दें कि जिंदा जला दी गई उन्नाव की बलात्कार पीड़िता के परिजन ने कहा था कि पीड़िता का तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे, जब तक उत्तर प्रदेश को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनसे मिलने नहीं आते हैं। पीड़िता के अंतिम संस्कार की प्रशासनिक तैयारियों के बीच मृतका की बहन ने कहा था कि जब तक मुख्यमंत्री आदित्यनाथ मौके पर नहीं आते और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन नहीं देते, तब तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
इसके अलावा, उसने यह भी कहा था कि उसकी बहन की सरकारी नौकरी लगने वाली थी। पीड़िता की बहन ने कहा कि परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए और घटना के जिम्मेदार आरोपियों को तत्काल फांसी दी जानी चाहिए।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, सरकारी अधिकारियों के कहने पर पीड़िता परिवार मृतका के अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गया है।
उल्लेखनीय है कि पीड़िता की शुक्रवार देर साथ दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई थी। राज्य सरकार ने पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपए देने की घोषणा की है।
जानकारी के मुताबिक, पीड़िता का भाई अन्य रिश्तेदारों के साथ रात 9.00 बजे के बाद शव लेकर गांव पहुंचा। शव घर पहुंचते ही पीड़िता के रिश्तेदारों के बीच खलबली मच गई। घर, रिश्तेदार व आस-पास को लोग वहां जमा हो गए। मौके पर किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए भारी पुलिस व्यवस्था की गई थी।
अंतिम संस्कार को लेकर एक सवाल के जवाब में उन्नाव के जिला मजिस्ट्रेट देवेंद्र पांडे ने कहा, “इसे अंतिम रूप दिया जाना बाकी है। वरिष्ठ अधिकारी और साथ ही दो मंत्री, जिन्हें मुख्यमंत्री ने भेजा था, अंतिम संस्कार होने तक गाँव में ही रहेंगे। ”