दिल्ली: देश की राजधानी में सुसाइड और हत्या का एक ऐसा खौफनाक मामला सामने आया है, जिसे जानकर लोग हैरान हैं। दिल्ली पुलिस के मुताबिक नई दिल्ली के बुद्ध विहार इलाके में एक 25 साल के शख्स ने पहले अपनी वृद्ध मां की हत्या की फिर सुसाइड करके अपनी भी जीवन लीला समाप्त कर ली।
यही नहीं इस घटना का सबसे दर्दनाक पहलू यह है कि उसने मां की हत्या के बाद उनकी मुक्ति के लिए बाकायदा गीता का पाठ किया और शव को तीन दिन तक घर में छुपाये रहा। उसके बाद उसने 77 पन्नों का लंबा सुसाइड लिखकर मां को मारने और खुद के मरने के बारे में विस्तार से ब्योरा दिया।
समाचार वेबसाइट फर्स्ट पोस्ट के मुताबिक दिल्ली पुलिस को इस विभत्स कांड की जानकारी तब हुई पड़ोसियों ने मामले की सूचना उन्हें दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घर का दरवाजा तोड़कर दो शवों को बरामद किया। जिनमें एक शव सुसाइड करने वाले क्षितिज का था और दूसरा शव उसकी मां मिथिलेश का था। जानकारी के मुताबिक मृत मिथिलेश विधवा थी और अपने बेटे क्षितिज के साथ रहती थी।
पुलिस के मुताबिक क्षितिज ने तीन दिनों पहले अपनी मां मिथिलेश का कत्ल किया था और हत्या के बाद शव बाथरूम में छुपा दिया था। उसके बाद क्षितिज ने बीते रविवार को उसी चाकू से खुदकुशी कर ली, जिससे उसने अपनी मां को मारा था।
मरने से पहले क्षितिज ने 77 पेज लंबा सुसाइड नोट लिखा और बताया कि वह क्यों अपनी मां को मार रहा है और खुद सुसाइड कर रहा है। मां की हत्या के बाद क्षितिज ने घर से लाश की उठने वाली दुर्गंध को छुपाने के लिए डियोड्रेंट और परफ्यूम का भी इस्तेमाल किया था।
हालांकि उसके बाद भी शव के सड़ने की गंध पड़ोसियों तक जा पहुंची और उन्होंने रविवार शाम में पुलिस को सूचना दी। घर पहुंची पुलिस को मृतका मिथिलेश का शव बाथरूम में अत्यधिक क्षत-विक्षत हालत में मिला। वहीं घर के एक कमरे में क्षितिज का शव भी खून से लथपथ पड़ा था।
मामले में रोहिणी के पुलिस उपायुक्त प्रणव तायल ने कहा, "हमें क्षितिज द्वारा लिखे गए 77 पेज का सुसाइड नोट मिला है। वह 'अवसाद' से जूझ रहा था क्योंकि वह कई महीनों से बेरोजगार था।" डीसीपी प्रणव तायल ने कहा, "क्षितिज ने सुसाइड नोट में इस बात को स्वीकार किया है कि उसने बीते गुरुवार को ही मिथिलेश की हत्या कर दी थी बाद में उसने खुद की गर्दन काट ली, जिसके कारण उसकी भी मौत हो गई। मौके पर क्राइम टीम और फॉरेंसिक टीमों ने आवश्यक सबूत जुटा लिये हैं और हम इस संबंध में आगे की कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं।"
घटना की तहकीकात कर रहे दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने बताया कि क्षितिज ने सुसाइड नोट में लिखा था कि वह बचपन से ही अकेला था और उसका कोई दोस्त नहीं था। पारिवारिक समस्याओं का उल्लेख करते हुए क्षितिज ने बताया कि पिता की मृत्यु के बाद मां ने उसे पैसे नहीं दिए थे। वह और उसकी मां दोनों एक ही मानसिक बीमारी से पीड़ित थे।
इन बातों के साथ क्षितिज ने सुसाइड नोट में लिखा कि उसकी मां ने बहुत कुछ सहा है और अब वह उसे मुक्त करना चाहता है। उसने बताया कि मां को मारने के लिए उसने पहले उनका गला घोंटा फिर 10 मिनट के बाद तेज धार चाकू से उनका गला काटा क्योंकि उसने कहीं यह पढ़ा था कि व्यक्ति का गला घोंटकर मारने से उसे मोक्ष नहीं मिलता है।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक क्षितिज ने मां का कत्ल करने के बाद बाकायदा गीता भी पढ़ा और मां के शरीर पर 'गंगा जल' भी छिड़का ताकि उन्हें मुक्ति मिल जाए। पुलिस के मुताबिक घटना के संबंध में अभी तक उन्हें कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है। वे क्षितिज के अन्य रिश्तेदारों या परिजनों से संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं।
सुसाइड करने वाले क्षितिज के पिता श्रीनिवास एक रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी थे और उनकी मृत्यु के बाद खुद क्षितिज और उसकी मां मिथिलेश मासिक पेंशन पर अपना जीवन गुजार रहे थे।