मुंबई: मुंबई पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में एक 38 साल के शख्स को हिरासत में लिया था, जिसकी अचानक तबियत खराब होने के बाद अस्पताल में मौत हो गई। इस संबंध में आरोपी युवक के परिजनों ने मुंबई पुलिस पर यपवक की मौत के मामले में लापरवाही बरतने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
इस मामले में मृत आरोपी के परिजनों द्वारा लगाये गये आरोपों का खंडन करते हुए मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि मृत अमोल सोनवणे को पंत नगर थाने की पुलिस ने ने गुरुवार को इस वजह से गिरफ्तार किया था क्योंकि उसने अपने पड़ोसियों को नवी मुंबई के ऐरोली में फ्लैट दिलाने का वादा करके ठगी किया था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में अमोल के साथ दो अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है।
वहीं अमोल सोनवणे के परिजनों ने उसकी मौत के बाद बताया कि जिस समय पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था, उस समय उसकी मेडिकल जांच कराई गई थी और उसमें अमोल पूरी तरह से फिट पाया गया था। लेकिन बाद में पुलिस ने बताया कि अचनाक अमोल की तबीयत खराब हो गई है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मामले में जब पुलिस से जानकारी ली गई तो एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शनिवार को अचानक एमोल सोनवणे की तबियत खराब हो गई और उसे फौरन घाटकोपर के राजावाड़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां रविवार की सुबह उसकी मौत हो गई। मौत के बाद पुलिस ने अमोल के शव का पोस्टमॉर्टम कराने के लिए जेजे अस्पताल लेकर गई।
पुलिस की थ्योरी से अलग अमोल सोनवणे की बहन क्रांति बिचकुले ने पुलिस पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस उनके घर आयी और अमोल को एक 13 साल पुराने मामले में उठाकर ले गई। अमोल की बहन का दावा है कि पुलिस ने कथिततौर पर अमोल को छोड़ने के लिए पांच लाख रुपये रिश्वत की मांग की।
रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए अमोल सोनवणे की बहन क्रांति बिचकुले ने दावा किया कि पुलिस जब अमोल को वैन में ले जा रही थी तो उस वक्त कुछ अधिकारियों ने पांच लाख रुपये रिश्वत के लिए अमोल के परिजनों पर दबाव डाला था। इसके साथ ही बिचकुले ने यह आरोप भी लगाया कि जब अमोल की तबियत खराब हुई तो पुलिस ने उसके इलाज में देरी की और डॉक्टरों ने भी इलाज में लापरवाही की। जिसके कारण अमोल की मौत हो गई।
उन्होंने कहा, "हमारे परिवार में एकमात्र कमाने वाला सदस्य अमोल ही था। जिस दिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था उसकी तबियत ठीक नहीं थी। हमें जब तक इस मामले में इंसाफ नहीं मिल जाता, हम अमोल के शव को नहीं लेंगे। अमोल की मौत के बाद अब पुलिस को हमारे परिवार की जिम्मेदारी उठानी होगी।"
घटना के संबंध में एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि अस्पताल की प्राथमिक सूचना के आधार पर पंत नगर पुलिस ने अमोल की दुर्घटनावश मौत की रिपोर्ट (एडीआर) दर्ज कर ली है। अधिकारी ने बताया कि सोनवणे के खिलाफ धोखाधड़ी के दो मामले थे, जिनकी जांच जारी रहेगी।