लखीमपुर खीरी: लखीमपुर खीरी जिले के निघासन क्षेत्र में बुधवार शाम एक खेत में दलित समुदाय की दो सगी बहनों के शव पेड़ पर फंदे से लटकते मिलने के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा करने का दावा किया है। पुलिस ने कहा है कि इस वारदात को अंजाम देने में 6 लड़के शामिल थे और सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों की पहचान छोटू गौतम, जुनैद, सोहेल, हफिजुल, करीमुद्दीन और आरीफ के तौर पर की गई है।
एनकाउंटर के बाद जुनैद की गिरफ्तारी
पुलिस ने कहा जुनैद को एक एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया जा सका। जुनैद के पैर में गोली लगी है। लखीमपुर खीरी के एसपी संजीव सुमन ने ये जानकारी दी। पुलिस ने दावा किया है आरोपियों की दोनों लड़कियों से दोस्ती थी और उन्हें फुसलाकर दो लड़कों द्वारा ले जाया गया था।
पुलिस के अनुसार बहनों की पहचान सोहेल और जुनैद से थी। दोनों उन्हें ले गए और इनके साथ बलात्कार किया। लड़कियों ने इसके बाद जब आरोपियों पर शादी का दबाव बनाया तो सोहेल, हफिजुल और जुनैद ने गला दबाकर इनकी हत्या कर दी। इसके बाद इन्होंने करीमुद्दीन और आरीफ को बुलाया और इनकी मदद से लड़कियों की लाश को पेड़ से लटका दिया ताकि सबूत मिटाए जा सकें।
छोटू ने लड़कों से लड़कियों की कराई थी पहचान: पुलिस
लखीमपुर खीरी के एसपी संजीव सुमन ने कहा कि छोटू दोनों बहनों का पड़ोसी था। वहीं, अन्य आरोपी लखीमपुर खीरी के लालपुर गांव के रहने वाले थे। छोटू ने ही इन लड़कों से लड़कियों की पहचान कराई थी। उसे भी गिरफ्तार किया गया है।
हालांकि पुलिस के दावों के उलट परिवार इस बात को खारिज कर रहा है कि लड़कियों को बहला-फुसलाकर ले जाया गया। दोनों बहनों की मां ने कहा कि तीन युवकों ने उनकी बेटियों को जबरन अगवा किया था। मृत लड़कियों की मां ने कहा था कि पड़ोस के गांव के रहने वाले तीन युवकों ने उसकी बेटियों को उनकी झोपड़ी के पास से अगवा करने के बाद उनकी हत्या कर दी।