शिमला रेप केस: सीबीआई ने सुलझाया कोटखाई दुष्कर्म मामला, डीएनए द्वारा पकड़ा गया आरोपी
By भाषा | Published: April 26, 2018 05:46 AM2018-04-26T05:46:55+5:302018-04-26T05:46:55+5:30
सीबीआई के इस कदम से उन पांच लोगों के परिवारों को राहत मिलेगी जिन्हें राज्य पुलिस ने विगत में गिरफ्तार किया था।
नई दिल्ली, 26 अप्रैल: सीबीआई ने शिमला के कोटखाई इलाके में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म और हत्या के नौ महीने पुराने मामले को सुलझाते हुए 25 वर्षीय एक लकड़हारे को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि पीड़ित के शव तथा घटनास्थल से बरामद अनुवांशिक सामग्री से डीएनए के मिलान होने के बाद लकड़हारे को गिरफ्तार किया गया।
सीबीआई के इस कदम से उन पांच लोगों के परिवारों को राहत मिलेगी जिन्हें राज्य पुलिस ने विगत में गिरफ्तार किया था। सीबीआई को उन लोगों के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला। पिछले साल जुलाई में कोटखाई के जंगलों में लड़की का शव बरामद होने के बाद चुनावी प्रदेश में राजनीति गरमा गयी थी और उस समय की कांग्रेस सरकार के खिलाफ यह एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया था।
सीबीआई की 40 सदस्यीय टीम अपराध स्थल के आसपास करीब नौ महीने तक पूरी गोपनीयता के साथ स्थानीय लोगों से सबूत एकत्र करने में जुटी रही। सीबीआई ने हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेश पर 22 जुलाई 2017 को इस मामले की जांच का जिम्मा संभाला था। सीबीआई प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने यहां कहा, 'एजेंसी के निदेशक पहले दिन से मामले में जांच पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने एक संवेदनशील और मुश्किल मामले को सुलझाने के लिए जांच दल और सीबीआई के सीएफएसएल के फारेंसिक विशेषज्ञों के कार्य पर संतोष व्यक्त किया।'
उन्होंने कहा कि सीबीआई ने राज्य पुलिस द्वारा गिरफ्तार पांच लोगों की जांच के बाद उनकी संलिप्तता से इंकार करते हुए नए सिरे से पड़ताल शुरू की थी। उन्होंने बताया कि एजेंसी ने कई मोर्चों पर काम किया। कुछ टीमों ने स्थानीय लोगों के साथ घनिष्ठता बनाने की दिशा में काम किया। कुछ टीमों ने आसपास के क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया। सीबीआई अधिकारियों ने एक हजार से ज्यादा लोगों से बातचीत की और 400 से ज्यादा लोगों के बयान रिकार्ड किए। आरोपी अनिल कुमार को आज शिमला में एक अदालत में पेश किया गया जहां उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।