Kolkata Rape-Murder Case: आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के घर छापा, सीबीआई ने 14 अन्य स्थानों पर की तलाशी
By अंजली चौहान | Updated: August 25, 2024 10:32 IST2024-08-25T10:29:48+5:302024-08-25T10:32:38+5:30
Kolkata Rape-Murder Case:सीबीआई ने विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच अपने हाथ में ले ली, जिसका गठन शुरुआत में पश्चिम बंगाल सरकार ने किया था। जिम्मेदारी का यह हस्तांतरण कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश के तहत हुआ, जिसने व्यापक और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने की मांग की थी।

Kolkata Rape-Murder Case: आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के घर छापा, सीबीआई ने 14 अन्य स्थानों पर की तलाशी
Kolkata Rape-Murder Case:कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिसिंपल के स्थानों पर सीबीआई ने रविवार को कई स्थानों पर छापेमारी की है। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने भ्रष्टाचार की चल रही जांच के तहत स्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के घर पर छापेमारी की। छापेमारी एक व्यापक अभियान का हिस्सा है, जिसमें मामले से संबंधित 14 अन्य स्थानों पर तलाशी ली जा रही है।
यह घटनाक्रम सीबीआई द्वारा आरजी कर मेडिकल कॉलेज में कथित वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े एक मामले के पंजीकरण के बाद हुआ है, जहां 9 अगस्त को एक स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ दुखद बलात्कार और हत्या कर दी गई थी।
#WATCH | Kolkata, West Bengal: CBI Anti Corruption Branch reaches the administrative block of RG Kar Medical College and Hospital.
— ANI (@ANI) August 25, 2024
CBI started a corruption investigation against former principal Sandeep Ghosh by filing an FIR, yesterday. pic.twitter.com/2KnCsHZXSN
सीबीआई ने विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच अपने हाथ में ले ली है, जिसे शुरू में पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा गठित किया गया था। जिम्मेदारी का यह हस्तांतरण कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश के तहत हुआ, जिसने एक व्यापक और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने की मांग की।
उच्च न्यायालय का यह आदेश डॉ. अख्तर अली की याचिका पर आया, जिन्होंने 2023 तक अस्पताल के उपाधीक्षक के रूप में कार्य किया। इस सप्ताह की शुरुआत में दायर डॉ. अली की याचिका में डॉ. घोष के कार्यकाल के दौरान कथित भ्रष्ट आचरण और वित्तीय घोटालों की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से जांच कराने का अनुरोध किया गया था।
गौरतलब है कि अपनी याचिका में डॉ. अली ने डॉ. घोष के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए, जिसमें लावारिस शवों का अवैध उपयोग, बायोमेडिकल कचरे की अवैध बिक्री और दवा और चिकित्सा उपकरण आपूर्तिकर्ताओं से कमीशन के बदले टेंडर देने का आरोप शामिल है।
#WATCH | Kolkata, West Bengal: CBI Anti Corruption Branch reached RG Kar Medical College and hospital former principal Sandip Ghosh's residence.
— ANI (@ANI) August 25, 2024
CBI started a corruption investigation against Sandeep Ghosh by filing an FIR, yesterday. pic.twitter.com/5javxphaB8
उन्होंने यह भी दावा किया कि छात्रों को परीक्षा पास करने के लिए 5 से 8 लाख रुपये तक की रिश्वत देने के लिए मजबूर किया गया था। डॉ. अली ने राज्य सतर्कता आयोग द्वारा कार्रवाई न किए जाने पर निराशा व्यक्त की, जहां उन्होंने जुलाई 2023 में शिकायत दर्ज कराई थी।
#WATCH | Kolkata, West Bengal: CBI Anti Corruption Branch reached RG Kar Medical College and hospital ex-principal Sandip Ghosh's residence.
— ANI (@ANI) August 25, 2024
CBI started a corruption investigation against Sandeep Ghosh by filing an FIR, yesterday. pic.twitter.com/UlXn3wnUp3
भ्रष्टाचार की जांच ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज पर जांच तेज कर दी है, जो 9 अगस्त को अपने सेमिनार हॉल में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ क्रूर बलात्कार और हत्या के बाद पहले से ही सुर्खियों में है।
उस मामले में मुख्य संदिग्ध, कोलकाता पुलिस के साथ काम करने वाले एक नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को अपराध के अगले दिन गिरफ्तार कर लिया गया था और वह हिरासत में है।