सुकुमारन, सलमान और चक्कलक्कल के आवासों सहित 30 स्थानों पर तलाशी, 36 महंगी कारें जब्त, सेना-अमेरिकी दूतावास की मुहरों वाले जाली दस्तावेजों का पता

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 24, 2025 20:09 IST2025-09-24T20:08:42+5:302025-09-24T20:09:48+5:30

Kerala:फिल्म कलाकार पृथ्वीराज सुकुमारन, दुलकर सलमान और अमित चक्कलक्कल के आवासों सहित लगभग 30 स्थानों पर तलाशी ली गई और 36 महंगी कारें जब्त की गईं।

Kerala Searches 30 locations residences Prithviraj Sukumaran, Dulquer Salmaan Amit Chakkalakkal expensive vehicles illegally brought India Bhutan forged documents bearing Army US Embassy seals detected | सुकुमारन, सलमान और चक्कलक्कल के आवासों सहित 30 स्थानों पर तलाशी, 36 महंगी कारें जब्त, सेना-अमेरिकी दूतावास की मुहरों वाले जाली दस्तावेजों का पता

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Highlightsअभियान का कूट नाम ‘ऑपरेशन नुमखोर’ है। भूटानी भाषा में ‘नुमखोर’ का अर्थ ‘वाहन’ होता है।इस संबंध में मामले दर्ज किए गए हैं।

कोच्चिःसीमा शुल्क निवारक विभाग के अधिकारियों ने सेना और अमेरिकी दूतावास की मुहरों वाले जाली दस्तावेजों के साथ भूटान से अवैध रूप से भारत लाए गए महंगे वाहनों का पता लगाने, उनकी पहचान करने और उन्हें जब्त करने के लिए समूचे केरल में कई जगहों पर छापेमारी की। कोच्चि स्थित सीमा शुल्क निवारक आयुक्तालय के आयुक्त टी. तिजू ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि मंगलवार को राज्य भर में फिल्म कलाकार पृथ्वीराज सुकुमारन, दुलकर सलमान और अमित चक्कलक्कल के आवासों सहित लगभग 30 स्थानों पर तलाशी ली गई और 36 महंगी कारें जब्त की गईं।

इस अभियान का कूट नाम ‘ऑपरेशन नुमखोर’ है। भूटानी भाषा में ‘नुमखोर’ का अर्थ ‘वाहन’ होता है। अभियान का विवरण देते हुए उन्होंने कहा कि अवैध रूप से भारत लाकर देश में बेचे जाने वाले इन वाहनों में से कई का इस्तेमाल सोने और मादक पदार्थ की तस्करी के लिए भी किया जाता था और इस संबंध में मामले दर्ज किए गए हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर वे इस तरह से कारों, सोने और नशीले पदार्थों की तस्करी कर सकते हैं, तो वे कुछ भी ला सकते हैं। इसलिए यह देश की राष्ट्रीय और आर्थिक सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है।’’ सीमा शुल्क निवारक आयुक्त ने यह भी कहा कि उनकी प्रारंभिक जांच में तस्करी किए गए वाहनों के संबंध में आयकर और जीएसटी (माल एवं सेवा कर) चोरी के साथ-साथ धन शोधन जैसी कई अन्य अवैध गतिविधियों का भी पता चला है। उन्होंने यह भी कहा कि इसके अलावा वे इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि क्या ऐसी अवैध गतिविधियों से प्राप्त धन का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों के लिए किया गया था।

आयुक्त ने बताया कि अभियान के तहत कोच्चि, तिरुवनंतपुरम, कोझिकोड, मलप्पुरम तथा अन्य स्थानों पर एक साथ छापे मारे गए। भूटान के रास्ते भारत में महंगी गाड़ियों के अवैध आयात के पीछे गिरोह की कार्यप्रणाली का ब्योरा देते हुए अधिकारी ने बताया कि ‘‘इन कारों को या तो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हालत में, कंटेनरों के अंदर या पर्यटक वाहनों की आड़ में भारत लाया जाता था।’’

तिजू ने बताया, ‘‘वाहनों को भारत लाने के बाद उन्हें सावधानीपूर्वक जाली दस्तावेजों का उपयोग करके देश के विभिन्न हिस्सों में पंजीकृत किया जाता है। गौरतलब है कि इन वाहनों के पंजीकरण के लिए फर्जी तरीके से भारतीय सेना और अमेरिकी दूतावास सहित विदेशी दूतावासों के नाम, मुहर और उनके प्रतीक चिह्नों का इस्तेमाल किया जाता है।’’

उन्होंने कहा कि इन वाहनों को जाली दस्तावेजों के साथ भारत लाया गया था, जिससे यह पता नहीं चल पाया कि असली मालिक कौन था। अधिकारी ने बताया कि केरल परिवहन आयुक्तालय, एटीएस और राज्य पुलिस की मदद से लगभग 30 जगहों पर छापे मारे गए। उन्होंने बताया कि भारत-भूटान सीमा के जरिए ‘अधिक कीमत वाली सेकेंड-हैंड कारों’ की भारत में तस्करी की खुफिया जानकारी के आधार पर ये छापे मारे गए। उन्होंने कहा कि एजेंसी की शुरुआती जांच से पता चला है कि अधिकतर गाड़ियां पृथ्वीराज और दुलकर जैसे धनी व्यक्तियों के पास हैं, जिन्होंने ‘‘जानबूझकर या अनजाने में’’ ऐसी गाड़ियां खरीदी थीं।

अधिकारी ने कहा, ‘‘पृथ्वीराज का कोई वाहन जब्त नहीं किया गया, लेकिन दुलकर सलमान के दो वाहनों की पहचान कर ली गई है।’’ उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्तियों के बयान दर्ज किए जाएंगे और उनके वाहनों के दस्तावेज़ों की जांच की जाएगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उन्हें इन अवैध गतिविधियों की जानकारी थी या नहीं।

तिजू ने कहा, ‘‘उन्हें बयान दर्ज कराने के वास्ते हमारे सामने पेश होने के लिए समन जारी किए जाएंगे।’’ उन्होंने कहा कि अगर यह पता चलता है कि वाहन अवैध रूप से भारत लाए गए थे, चाहे उनके वर्तमान मालिकों को इसकी जानकारी हो या नहीं, तो उन्हें जब्त कर लिया जाएगा।

उन्होंने यह जानकारी सामने आती है कि वाहन के मौजूदा मालिकों को इनके अवैध होने की सूचना थी तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सिर्फ केरल में ही लगभग 150 से 200 ऐसे वाहन थे, जिनमें से 36 को दिन भर की कार्रवाई के दौरान जब्त कर लिया गया और बाकी वाहनों को भी जब्त किए जाने तक छापेमारी जारी रहेगी।

उन्होंने कहा कि ये वाहन केरल में पंजीकृत नहीं हैं और राज्य में अज्ञात व्यक्तियों के नाम पर चल रहे हैं, जिनका पता लगाना मुश्किल है। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए, ऐसे वाहन हमारे लिए खतरा हैं।’’ अधिकारी ने कहा कि ऐसे वाहन अन्य राज्यों में भी हैं और इसलिए, पूरे देश में अभियान चलाने की संभावना है।

जब्त की गई गाडि़यों में से केवल एक ही मेरी, दस्तावेज उपलब्ध हैं : अभिनेता अमित चक्कलक्कल

अभिनेता अमित चक्कलक्कल ने बुधवार को कहा कि उनकी संपत्ति से जब्त की गई गाड़ियों में से केवल एक कार उनकी है, जबकि बाकी अन्य कारें दूसरों की हैं। चक्कलक्कल के निवास पर सीमा शुल्क विभाग ने बुधवार को उच्च श्रेणी की लक्जरी कारों की कथित तस्करी के आरोपों की जांच के संबंध में छापेमारी की थी।

अभिनेता ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उनकी 20 साल पुरानी सेकेंड हैंड लैंड क्रूजर ही एकमात्र कार है जो उनकी है और जिसका वह पिछले पांच साल से उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा ‘‘मेरे घर और वर्कशॉप से जब्त की गई बाकी सभी लक्जरी कारें दूसरों की हैं, जिन्हें उन्होंने मेरे पास नवीनीकरण या मरम्मत के लिए भेजा था।

कुल सात जब्त की गई कारों में से केवल एक मेरी है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि सीमा शुल्क विभाग ने पिछले साल नवंबर में उन्हें इन कारों के संदर्भ में समन जारी किया था और उन्होंने तब सभी संबंधित दस्तावेज़ प्रदान किए थे, जिसके बाद एजेंसी ने कोई और कदम नहीं उठाया। चक्कलक्कल ने कहा ‘‘कल फिर से वे मेरे पास आए और मैंने उन्हें सभी दस्तावेज़ प्रदान किए।

अब, उन्हें इन दस्तावेजों की प्रमाणिकता की जांच करनी होगी।’’ सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को केरल के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की, ताकि भूटान से भारत में अवैध रूप से लाई गई और सेना तथा अमेरिकी दूतावास के मुहर के जाली दस्तावेजों वाली लक्जरी कारों का पता लगा कर उन्हें जब्त किया जा सके।

राज्य भर में लगभग 30 स्थानों पर छापेमारी की गई, जिनमें अभिनेता पृथ्वीराज सुकुमारन, दुलकर सलमान और चक्कलक्कल के आवास भी शामिल थे। कुल 36 लक्जरी कारों को जब्त किया गया। इन छापेमारियों को ‘‘ऑपरेशन नमखोर’’ नाम दिया गया, क्योंकि भूटानी भाषा में 'नमखोर' का अर्थ 'वाहन' होता है। सीमा शुल्क विभाग ने कहा कि इन कारों को अवैध रूप से भारत लाया गया और बेचा गया, और इन्हें सोने और मादक पदार्थों की तस्करी के लिए भी इस्तेमाल किया गया था। इस संबंध में कई मामले दर्ज किए गए हैं।

विभाग ने यह भी बताया कि प्रारंभिक जांच में आयकर और जीएसटी की चोरी, धनशोधन जैसे अन्य अवैध कार्यों का भी पता चला है। विभाग यह भी जांच रहा है कि क्या इन अवैध गतिविधियों से अर्जित धन का उपयोग आतंकवादी गतिविधियों के लिए किया गया था। 

Web Title: Kerala Searches 30 locations residences Prithviraj Sukumaran, Dulquer Salmaan Amit Chakkalakkal expensive vehicles illegally brought India Bhutan forged documents bearing Army US Embassy seals detected

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